नगर निगम रुद्रपुर में घोटालों का मठ

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रुद्रपुर। कांग्रेसी पार्षदों ने पूर्व एमएनए व मेयर पर आरटीआई से मांगी गई सूचनाओं के आधार पर गंभीर आरोप लगाते हुए घोटालों की जांच की मांग की।

कांग्रेसी पार्षद ललित मिगलानी, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री हिमांशु गाबा, महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा आदि ने काशीपुर बाईपास रोड पर एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए 2.16 करोड़ रुपये वार्षिक का ठेका अनियमित ढंग से दिया गया। इसका टेंडर एक ऐसे समाचारपत्र में प्रकाशित कराया गया जिसका प्रसार यहां नगण्य है। कहा कि 2.16 करोड़ का ठेका देने के बावजूद निगम ने 20 गाडिय़ां खरीद कर दी हैं। यह भी कहा कि जिस फर्म को ठेका दिया गया है उस फर्म की वार्षिक आय ढाई लाख से भी कम है। जिस कारण फर्म मानकों पर खरा नहीं उतरती। आरोप लगाया कि नगर निगम ने करोड़ों का घोटाला एलईडी खरीद में किया गया। इसका टेंडर भी गोपनीय तरीके से किया। कहा कि जिस फर्म को टेंडर दिया गया उसी फर्म देव इंटरप्राइजेज के स्वामी कमलजीत कौर हैं इन्ही के पति समरपाल सिंह निवासी हल्द्वानी फर्म संत इंटर प्राइजेज और तीसरी फर्म भारत इंटरप्राइजेज ने भाग लिया। आरोप लगाया कि जिसका एलईडी से संबंधित योग्यता ही नहीं है और सफाई उपकरणों में भी इन्हीं तीनों फर्मों के नाम से निविदा डाली गई। कहा कि जिस एलईड़ी लाइट की कीमत बाजार में पांच से भी कम है, उसे 15 हजार से अधिक कीमत में खरीदा गया। कहा कि एलईटी के एक पीस का मूल्य लिया गया, जबकि एलडीई काफी संख्या में खरीदी जानी थी। कहा कि एक वर्ष पूर्व नगर निगम क्षेत्र में विज्ञापन एवं यूनीपोल के ठेकों घोटाला करके निगम को हानि पहुंचाई गई। आरटीआई से खुलासा हुआ है कि जिस फर्म को विज्ञापन का ठेका दिया उस फर्म का टेंडर से संबंधित अनिवार्य पत्र संलग्न नहीं थे।  फर्म स्वामी के वित्तीय निविदा पर हस्ताक्षर तक नहीं थे। आरोप लगाया कि निर्माण कार्यों में भी करोड़ो रुपये का घोटाला किया गया। हालात यह है कि जो टायल्स रोड कुछ वर्ष पहले डाली गई थी, उसे उखाड़ कर नई टाइल्स रोड डाली गई। कांग्रेसियों ने कहा कि नगर निगम में हुए करोड़ों के घोटाले की जांच की मांग प्रदेश सरकार से करेंगे, ताकि एनएच 74 की तरह इसकी भी जांच एसआईटी से कराई जा सके। वार्ता में महिला अध्यक्ष ममता नारंग, पार्षद विकास मल्लिक, मोनू निषाद, सुशील गाबा, गौरव खुराना, सुमति छाबड़ा, नदीम खां, कालीचरन, नामित पार्षद सुनील आर्य, रामाधारी गंगवार, ललित पांडे आदि मौजूद थे।

वहीं मेयर सोनी कोली ने कहा कि चुनाव नजदीक हैं, जिस कारण कांग्रेसी बेवुनियाद आरोप लगाकर छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कहा कि सफाई व्यवस्था पटरी पर आ गई है, जिससे कांग्रेसी बौखला रहे हैं। कहा कि टेंडर प्रक्रिया अफसरों ने पूरी पारदर्शिता के साथ कराई है। श्रीमती कोली ने कहा कि कांग्रेसियों का काम है आरोप लगाना। वह हमेशा से विकास कार्यों में टांग अड़ाते रहे हैं। कहा कि पहले रिक्शों से कूड़ा कलेक्शन हो रहा था। उस वक्त अखबारों ने यह छापा था कि रिक्शे वाले नदी नालों में कूड़ा फेंकते थे। अब गाडिय़ों से कूड़ा कलेक्शन होकर सीधे ट्रंचिंग ग्राउंड जा रहा है। महानगर की सफाई व्यवस्था में 80 फीसदी तक सुधार आया है। उनका दावा है कि एलईडी लाइटें हैवल्स कंपनी की बाजार से कम मूल्य पर और दो साल की गारंटी में खरीदी गई हैं। कहा कि टाइल्स सड़क बनने से पहले व बनने के बाद के फोटो निगम ने कराए हैं इसलिए घोटाले का कोई सवाल ही नहीं उठता। कहा कि बौखलाहट में कांग्रेसी अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।