उत्तराखंड : नैनीताल की निधि का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज

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    उत्तरखंड के नैनीताल में जन्मी, पली-बढ़ी एवं पढ़ी और वर्तमान में गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाली निधि साह का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में शामिल किया गया है। उनके नाम यह उपलब्धि कोरोना काल में क्रोशिया कही जाने वाली हुक जैसी बुनाई की सीक से 4,686 टोपियां बनाने का रिकॉर्ड बनाने के लिए जुड़ी है।

    गुजरात के अहमदाबाद स्थित एनआईडी यानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की पूर्व छात्रा तथा एक कलाकार, डिजाइनर, कवि और दो बच्चों की मां निधि ने अहमदाबाद की अधिकांश गृहणी महिलाओं के एक संगठन ‘महिला मनोविकास’ की लगभग 200 महिलाओं को कोरोना काल में क्रोशिया की टोपी बनाने और विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास करने के लिए साथ लिया। इस दौरान सबने मिलकर 4,686 टोपियां बनाईं, जो कि अब तक प्रदर्शित की गई क्रोशिया से बनीं टोपियों की सबसे बड़ी संख्या है। इन टोपियों को गत 18 सितंबर को विशाखापत्तनम में प्रदर्शित किया गया। इस कार्यक्रम में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने निर्णायक के रूप में भाग लिया, और घोषणा की कि 4000 से अधिक क्रोशिया से हाथ से की बनी टोपियां एक साथ प्रदर्शित कर उन्होंने विश्व रिकॉर्ड बनाया है।

    निधि का कहना है कि जब कोरोना की महामारी के दौरान पूरी दुनिया घरों के अंदर सिमटने को मजबूर हो गई थी, तब उन्होंने 200 गृहणियों को साथ लेकर कुछ अलग करने की ठानी और क्रोशिया की मदद से हस्तनिर्मित टोपियां बनाने का कार्य शुरू किया। निधि का कहना है कि नैनीताल के पहाड़ों में उन्हें अपनी माँ और चाची से क्रोशिया और बुनाई की कला विरासत में मिली। बच्चों के रूप में वह अपनी मां और चाची को सर्दियों के दिनों में धूप सेंकते हुए क्रोशिया या सिलाइयों से बुनाई करते हुए देखते थे और उनसे सीखने की कोशिश भी करती थीं। लॉकडाउन ने उन्हें इस ‘विरासत’ को फिर से देखने और पुनर्जीवित करने में मदद की।