उत्तराखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री नरेश बंसल राज्यसभा जाएंगे। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने बंसल को राज्यसभा चुनाव का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। विधानसभा में भाजपा के पास मजबूत संख्या बल होने की वजह से बंसल का चुना जाना तय माना जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यालय प्रभारी ने बंसल के नाम की मंजूरी जारी की है।
केंद्रीय चुनाव समिति ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, राष्ट्रीय कार्यालय सचिव महेंद्र पांडेय और पूर्व सांसद बलराज पासी के नामों के स्थान पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा में लंबे समय से सक्रिय लोकल नेता नरेश बंसल को तरजीह दी। प्रदेश संगठन ने शनिवार को पांच नामों का पैनल भेजा था। पैनल में बंसल का नाम तीसरे स्थान पर था।
उनके अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल का नाम भी था। गोयल को पार्टी दो बार राज्यसभा का प्रत्याशी बना चुकी है। पैनल में बहुगुणा और महेंद्र पांडेय के नाम के बीच बंसल मजबूत नाम बनकर उभरे हैं। बता दें कि अभी इस राज्यसभा सीट पर कांग्रेस के राजब्बर काबिज हैं, जिनका कार्यकाल 25 नवंबर को पूरा हो जाएगा।
मंगलवार को भरेंगे पर्चा, चुना जाना तय
राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी नरेश बंसल मंगलवार को विधानसभा में पर्चा भरेंगे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश संगठन महामंत्री अजेय कुमार समेत पार्टी के कई पदाधिकारी व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
50 साल की सेवा को ईनाम
बंसल आठ साल की आयु से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए। निम्न मध्यम वर्गीय परिवार और वैश्य समाज से जुड़े बंसल आरएसएस के सक्रिय स्वयंसेवक होने के साथ भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री, प्रदेश महामंत्री और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहे हैं। पार्टी ने राज्यसभा का प्रत्याशी बनाकर उन्हें उनकी 50 साल की सेवा का ईनाम दिया है।
शिव प्रकाश की चली
राज्यसभा के चुनाव में नरेश बंसल का टिकट फाइनल करने में राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश का प्रभाव भी माना जा रहा है। सियासी जानकारों का कहना है कि बंसल को केंद्रीय संगठन में तगड़ा प्रभाव रखने वाले शिव प्रकाश का सहयोग प्राप्त हुआ।
बंसल को उम्मीदवार बना साधा पहाड़-मैदान में संतुलन
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने राज्यसभा के चुनाव में पार्टी के पूर्व संगठन महामंत्री नरेश बंसल को उम्मीदवार बनाकर जहां संगठन को महत्व दिया तो वहीं पहाड़ और मैदान में भी संतुलन साधा है। बंसल मैदान से हैं और वैश्य समाज से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें सम्मान देकर पार्टी ने वैश्य समाज के साथ मैदान को भी तरजीह दी है।
लोकसभा और राज्यसभा में वर्तमान में भाजपा को जो चेहरे उत्तराखंड प्रतिनिधित्व करते हैं, सभी का संबंध पहाड़ से है। लोकसभा में हरिद्वार से डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, टिहरी से महारानी राज्यलक्ष्मी, अल्मोड़ा से अजय टम्टा, नैनीताल से अजय भट्ट और गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत, इन सभी की जड़ें पहाड़ में हैं।
इसी तरह राज्यसभा में अनिल बलूनी राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वे भी पहाड़ से ही ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में भाजपा ने मैदान से नरेश बंसल को उम्मीदवार बनाकर संतुलन साधने का प्रयास किया। साथ ही पार्टी की लंबे समय से सेवा करने का इनाम भी दिया।
राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने से मैं पार्टी नेतृत्व का आभारी हूं। यह वरिष्ठ जनों और पार्टी कार्यकर्ताओं की सद्भावना से संभव हुआ।
– नरेश बंसल, राज्य सभा प्रत्याशी
मैं नरेश बंसल को शुभकामनाएं देता हूं। वह पार्टी के बहुत अच्छे और पुराने कार्यकर्ता हैं। वह जमीन से जुड़े नेता हैं। उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने से पार्टी के आम कार्यकर्ता का भी सम्मान बढ़ा है।
– बंशीधर भगत, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
नरेश बंसल को मेरी ओर से बधाई। पार्टी ने बहुत वरिष्ठ कार्यकर्ता को स्थान दिया। वह लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। उनके राज्यसभा में जाने से पार्टी को ताकत मिलेगी।
– त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री