देहरादून। जिंप पायनियर स्कूल के एनसीसी कैडेटों ने चार फरवरी से आरंभ हुए ‘सड़क सुरक्षा सप्ताह’ के अंतर्गत आर्केडिया-ग्रान्ट में जागरूकता रैली निकाली। इस दौरान कैडेटों ने स्थानीय लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों को लेकर जागरूक भी किया।
कैडेटों ने लोगों को चलने के लिए हमेशा फुटपाथ का उपयोग करने की अपील की। कहा कि जहां फुटपाथ न हों, वहां सड़क के एकदम बाईं ओर ही चलें। साथ ही बताया कि कभी भी धैर्य खोकर जल्दबाजी न दिखाएं। सिग्नल तोड़कर या सामने से गाड़ी को आता देख भागकर रोड क्रॉस कभी न करें। कैडेटों ने सड़क पार करते समय जेब्रा क्रॉसिंग सिग्नल, सब-वे, फुट ओवर ब्रिज का उपयोग करने की भी अपील की। जिन जगहों पर ये सुविधाएं नहीं हैं, वहां सुरक्षित जगह देखकर सड़क पार करने की बात कही। इसके अलावा ग्रीन सिग्नल के समय ही सड़क पार करने की सलाह दी। उन्होंने लोगों को बताया कि यदि सड़क चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस है, तो उसके निर्देशों के अनुसार सड़क पार करनी चाहिए। जो लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें भी ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी भागकर बस न पकड़ें। हमेशा कतार में रहें और उसी के अनुसार बस में चढ़ें, बस का हैंडल पकड़कर कर रखना चाहिए। इसके अलावा उतरते समय भी बस के पूरी तरह से रुकने पर ही उतरें, चलती बस से कभी न उतरें। सड़क क्रॉस करते समय या सामान्य रूप से सड़क पर चलते समय भी मोबाइल या हैंड्स फ्री का इस्तेमाल न करें, यदि बात करनी है, तो एक सुरक्षित जगह देखकर, रुककर बात करें। कैडेटों ने चार पहिया वाहनों में तेज ध्वनि में संगीत न सुनने की भी लोगों को सलाह दी। ऐसा करने से पीछे से आ रहे वाहनों के हॉर्न न सुनने के कारण दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ सकती है। कैडेटों ने कई अन्य मुद्दों को लेकर भी स्थानीय लोगों का जागरूक किया।
इस अवसर पर जिम्प पायनियर स्कूल के प्रधानाचार्य जगदीश पांडेय ने बताया कि चाहे पैदल यात्री हों या वाहन चालक, सड़क संबंधी नियमों का पालन सभी के लिए बेहद जरूरी है, ताकि आकस्मिक दुर्घटनाओं से बचा जा सके। ऐसे में जरूरी है कि आप और हम सभी न सिर्फ रोड सेफ्टी रूल्स के बारे में जानें, बल्कि इनका पालन भी करें। इस मौके पर काफी संख्या में स्कूल के एनसीसी कैडेटों के अलावा अन्य छात्र-छात्राएं व शिक्षक भी मौजूद रहे।
इन नियमों के प्रति किया जागरूक
– सड़क पार करते समय दोनों तरफ अच्छी तरह देखकर ही क्रॉस करें|
– बाईं ओर ही वाहन चलाएं।
– बाईं ओर से टर्न लेना हो, मुड़ने के बाद भी बाईं ओर ही गाड़ी चलाएं|
– लेन को कट-क्रॉस न करें, जैसे- आपको बाईं तरफ टर्न लेना है, तो गाड़ी को दाहिनी तरफ रखकर फिर बाईं ओर मुड़ने का जोखिम न उठाएं, शुरू से ही बाईं ओर गाड़ी रखें।
– अगर दाहिनी ओर मुड़ना है, तो पहले सड़क के बीच सुरक्षित तरीके से आएं, फिर दाहिनी ओर पहुंचें।
– यू टर्न लेते वक्त भी इंडिकेशन जरूर दें और जहां यू टर्न की अनुमति नहीं है, वहां से यू टर्न कभी न लें।
– वन वे में कभी भी रिवर्स या अपोजित डायरेक्शन में गाड़ी न चलाएं।
– यदि इंडिकेशन व ब्रेक लाइट्स काम नहीं करें, तो जब तक वो रिपेयर न हो जाएं, तब तक हाथों के साइन्स का प्रयोग करें।
– सीट बेल्ट्स हमेशा बांधें, अगर साथ में कोई है, तो उसे भी कहें बेल्ट बांधने को।
– 4 साल तक के बच्चों के लिए चाइल्ड सीट का ही प्रयोग करें।
– ट्रैफिक सिग्नल्स को कभी भी अनदेखा न करें।
– वाहन की रफ्तार से संबंधित नियमों को कभी न तोड़ें|
– पैदल चलने-वालों को पहले रोड क्रॉस करने दें|.
– एमर्जेंसी गाड़ियां, जैसे- एंबुलेंस या फायर ब्रिगेड को पहले आगे निकलने के लिए जगह दें।
– लेन बदलते समय हमेशा इंडिकेटर्स और रियर व्यू मिरर्स का प्रयोग करें।
– चौराहे पर हमेशा गाड़ी की रफ्तार कम कर दें।
– आगे वाली गाड़ी से हमेशा सुरक्षित दूरी बनाकर रखें।
– हमेशा अपनी लेन में ही गाड़ी चलाएं, ओवरटेक के चक्कर में लेन तोड़ने की कोशिश न करें।