मंगलवार को अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में प्रदेश में ड्रग्स पर प्रभावी कार्यावाही करने के लिये कार्ययोजना तैयार करने के सम्बन्ध में पुलिस मुख्यालय स्थित में एक बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में ड्रग्स पर प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से ड्रग्स बेचने वाले व्यक्तियों, बिकने वाले स्थानों के सम्बन्ध में जानकारी देने हेतु मोबाइल नंबर-9412029536 जारी किया गया। जिस पर जनता से कोई भी व्यक्ति इस सम्बन्ध में सूचना दे सकता है।
बैठक में दीपम सेठ, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, रिद्धिम अग्रवाल एसएसपी एसटीएफ, प्रिति प्रियदर्शनी, पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, राज्य एवं जिला स्तर पर गठित एन्टी ड्रग्स टास्क फोर्स प्रभारियों, स्कूल एवं कालेजों में गठित एन्टी ड्रग्स कमेटी के सदस्यों एवं नशे मुक्ति केन्द्रों के संचालकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
अशोक कुमार ने कहा कि समाज के लिए ड्रग्स एक बड़ी चुनौती है, इससे पार होने के लिए हम सब को एक साथ होना पड़ेगा जिसके लिए जागरुकता की जरुरत है। प्रदेश में ड्रग्स को जड़ से खत्म करने के लिये हमे लगन, समर्पण एवं संगठित होकर एक दूसरे से बहतर समन्वय स्थापित कर कार्य करना होगा। ड्रग्स पर तेजी से प्रहार करने के लिए हमे डिमान्ड एवं सप्लाई दोनो तरफ प्रभावी कार्य करनी होगी।
राज्य में गठित एन्टी ड्रग्स टास्क द्वारा ड्रग्स पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए पिछले एक महीने में
- 145 अभियोग पंजीकृत करके
- 160 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
- जनपद चम्पावत की एन्टी ड्रग्स टीम द्वारा 9 अभियोगों में 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 25 किलो 250 ग्राम अवैध चरस बरामद की गयी साथ ही 0.44 हेक्टयर अवैध भांग के पौधों का विनिष्टीकरण किया गया।
इस कार्य के लिए अशोक कुमार द्वारा उक्त टीम को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अशोक कुमार ने जनपदों में गठित एन्टी ड्रग्स टास्क फोर्स के प्रभारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि हर महीने माजनपद प्रभारी की अध्यक्षता में स्कूल एवं कालेजो में गठित एन्टी ड्रग्स कमेटी के सदस्यों एवं नशा मुक्ति केन्द्र के संचालकों के साथ बैठक कर भविष्य की कार्ययोजना तैयार की जाये इससे नशा विरोधी अभियान को गति मिलेगी। साथ ही जागरुकता और नियमों को लागू करने पर ही कार्य किया जाये।
बैठक में ड्रग्स की रोकथाम, जागरुकता, काउंसलिंग एवं ड्रग्स डी-एडीक्शन पर चर्चा हुई।