वन्यजीवों की गतिविधियों पर नाइट विजन कैमरे भी रखेंगे नजर

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ऋषिकेश। श्यामपुर न्याय पंचायत क्षेत्र की ग्राम सभा खदरी स्थित खादर क्षेत्र में वन्यजीवों की आमद बढ़ने और लगातार फसल नुकसान के बाद किसानों को मरहम लगाने को वन विभाग मुस्तैद हो गया है। फसल नुकसान से प्रभावित क्षेत्र में एंटी वाइल्ड लाइफ डिस एमिनेटर उपकरण लगाने के साथ ही वन्यजीवों की गतिविधियों को कैद करने के लिए रविवार को नाइट विजन कैमरे भी लगा दिए गए हैं। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में वन्यजीवों के आने से उन पर उपकरण से पड़ने वाले प्रभावों के बाद की प्रतिक्रिया और उनकी गतिविधियों को कैद किया जा सके।

 ऋषिकेश वन क्षेत्र के अधिकारी आरपीएस नेगी का कहना है कि पहले जिन स्थानों पर एन्टी वाइल्ड लाइफ डिस एमिनेटर उपकरण लगाया गया था। वहां वन्यजीवों की आमद रुक गयी थी। लेकिन दो दिन पूर्व अन्य स्थानों से वन्यजीवों के खदरी के खादर स्थित क्षेत्र में खड़ी धान की फसल क्षतिग्रस्त करने की सूचना प्राप्त हुयी थी, इसके निदान के लिए फसल सुरक्षा के दृष्टिगत वन दरोगा स्वयम्बर दत्त कण्डवाल के नेतृत्व में रविवार की देर शाम को प्रभावित क्षेत्र में वन विभाग की ओर से अत्याधुनिक उपकरण लगाकर वन्यजीवों को रोकने के प्रयास तो किये गये हैं। साथ ही हाथी खाई खुदान का कार्य भी जारी है।
स्थानीय निवासी पर्यावरण विद विनोद जुगलान का मानना है कि फसल सुरक्षा प्रबन्धों को लेकर वन विभाग की पहल सराहनीय है। इसके बावजूद जंगली हाथी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार की शाम ढलते ही जंगली हाथी खेतों की ओर बढ़ गया लेकिन खेत की सीमा पर एन्टी वाइल्डलाइफ डिस एमिनेटर उपकरण के चालू होने के कारण भाग खड़ा हुआ। तब तक नाइट विजन कैमरा नहीं लगा होने के कारण उसकी गतिविधियां कैद नहीं हो पाई थीं। इसके तुरंत बाद वन विभाग के कैमरा लगाया गया है। लेकिन अंधेरा होते ही जंगली हाथी फिर से दूसरे स्थान से स्थानीय कृषक पन्ना लाल के खेत में घुसने में कामयाब रहा। ग्रामीणों ने टार्च से प्रकाश करते हुए पटाखे फोड़कर हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा।
जंगली हाथी के फसल नष्ट किये जाने के भय से ग्रामीण परिवार सहित रातभर पर्यावरण विद विनोद जुगलान के नेतृत्व में खेतों में डटे रहे। इनमें मोहर सिंह, राय सिंह,छोटा सिंह,ललित सिंह, हरि सिंह, सोहनलाल, पिरथी सिंह, मदन सिंह,शेखर सिंह, नैन सिंह बल्ली,जुम्मन सिंह,निशा देवी,बिल्लो देवी,हृदयो देवी,रामो देवी, मनोहरी देवी,उषा देवी,निशा देवी,सुलोचना,छोटो देवी,किरण देवी,बबली देवी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।