देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) ऋषिकेश में नौकरी लगवाने के नाम पर एक युवक से नौ लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित युवक की तहरीर पर थाना कोतवाली नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार रविवार को राहुल लडोला पुत्र वीरेंद्र सिंह लडोला निवासी ग्राम/पोस्ट सिमली, जनपद चमोली ने इस संबंध में थाना कोतवाली नगर में एक लिखित तहरीर दी। तहरीर में बताया कि वह चमोली का मूल निवासी है और विगत कुछ वर्षों से देहरादून में किराये के मकान में रहकर कोचिंग कर रहा है। राहुल ने बताया कि इसी दौरान उसकी मुलाकात पुरुषोत्तम बनवाल पुत्र स्वर्गीय मथुरा प्रसाद निवासी जिला पंचायत कॉलोनी, गोपेश्वर चमोली से हुई। जिसने उसे बताया कि उसकी माता जिला पंचायत गोपेश्वर में बाबू के पद पर नियुक्त है और उनकी उच्चाधिकारियों से अच्छी जान पहचान है। कहा कि वह सरकारी नौकरी लगवा देगा।
इस बीच पुरुषोत्तम ने राहुल को बड़े-बड़े होटलों में कई लोगों से मिलवाया जो अपने आपको अधिकारी बताते थे और कई बार उसे सचिवालय ले गया, लेकिन वह बाहर गाड़ी में रहने को बोल कर चला जाता था। इसी बीच पुरुषोत्तम ने राहुल को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में समूह ग के पद पर नौकरी लगाने की बात कही और उसके एवज में नौ लाख रुपये की मांग की। राहुल ने अपने घर वालों व अन्य रिश्तेदारों से पैसे लेकर अलग-अलग समय पर पुरषोत्तम को दे दिया। कुछ दिन बाद पुरुषोत्तम ने राहुल को नियुक्ति पत्र दिया। जब वह नियुक्ति पत्र को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में गया तो वहां विभागीय अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र को फर्जी बता कर उसे वापस भेज दिया। जब राहुल ने पुरुषोत्तम से अपने पैसे वापस मांगे तो पैसे वापस करने के लिए वह आनाकानी करने लगा। लिखित तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली नगर में संबंधित धाराओं में पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया है। मामले की जांच जारी है।