फुटपाथ पर रात गुजार रहे असहायों की सुध नहीं

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    विकासनगर। पछवादून में कोई भी रैनबसरा नहीं होने के कारण बेघर लोगों को सर्द रातें फुटपाथ पर ही रात गुजारनी पड़ती है, जबकि अधिकांश क्षेत्रों में फुटपाथ नहीं होने के चलते बेघर लोग हाईवे पर ही सोने को मजबूर हैं, जिसके चलते दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। ठंड बढ़ने के बावजूद तहसील प्रशासन द्वारा इन लोगों को कंबल भी मुहैया नहीं कराए गए हैं, वहीं निकाय प्रशासन ने भी अभी तक अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की है।

    पछवादून में दर्जनों लोग रात फुटपाथ पर गुजारते हैं। पांच लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र में कोई भी रैन बसेरा व सेल्टर होम नहीं है, जिससे बेसहरा, बेघर लोगों को कड़ाके की ठंड में भी बिना छत के नीचे रात गुजारनी पड़ती है। गौरतलब है कि पूरे क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक लोग फुटपाथ पर रात गुजारते हैं, जिनमें से कुछ मजदूरी करने वाले हैं तो कुछ भीख मांग कर जीवनयापन करने वाले भी हैं। कुछ मानसिक विक्षिप्त लोग भी सड़क पर ही रात गुजारते हैं। इनमें से किसी के लिए प्रशासन ओर से कोई सहायता नहीं दी जा रही है। बताते चलें कि पछवादून के तीनों निकायों अलाव की व्यवस्था भी नहीं की गई है, साथ ही कस्बों में फुटपाथ नहीं है। जिससे रात में वाहनों के चपेट में आने की संभावना भी बनी रहती है। पूरे क्षेत्र में ऐसे लोगों के रहने के लिए प्रशासन की ओर से टीन शेड भी नहीं बनाए गए हैं। जिसके चलते दर्जनों लोगों को ठंड में खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ती है, वहीं इस वर्ष तहसील प्रशासन ने इन लोगों को कंबल भी वितरित नहीं किए हैं। जबकि मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को कुछ ही दूरी पर बने राज्य मानसिक रोग संस्थान में भर्ती कराने की व्यवस्था भी की जा रही है। उधर, एसडीएम जितेंद्र कुमार ने कहा कि शीघ्र ही असहाय जनों को कंबल वितरित कर दिए जाएंगे। जबकि मानसिक विक्षिप्त लोगों को स्वास्थ्य संस्थान में भर्ती कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर टीम का गठन किया जाएगा।