हरिद्वार। जनता के दिलों में पुलिस की नकारात्मक छवि को दूर करने के लिए एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने एक सार्थक पहल शुरू की है। एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने मोबाइल चोरी होने अथवा गुम होने की स्थिति में मोबाइल को बरामद करने के लिए खोया-पाया सेल गठित किया है। जिसकी जिम्मेदारी एसओजी प्रभारी हरिद्वार और एसओजी प्रभारी रुड़की को दी गई है। शहरी क्षेत्र के लोग एसओजी प्रभारी हरिद्वार और ग्रामीण क्षेत्र के पीड़ित एसओजी प्रभारी रुड़की को अपने मोबाइल चोरी अथवा गुम होने की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। एसएसपी की ये मुहिम रंग लाई तो जनता का विश्वास खाकी पर बढ़ेगा।
मोबाइल चोरी होना अथवा गुम होना एक आम बात हैं। मोबाइल खो जाने पर पीड़ित पुलिस के पास जाने से कतराता था। जाने के बाद भी पुलिस मोबाइल चोरी होने पर शिकायत दर्ज नहीं करती थी। केवल मोबाइल खोने की शिकायत ही दर्ज करती रही है। पुलिस पर आरोप है कि मोबाइल गुम होने की शिकायत तो पुलिस दर्ज कर देती है, लेकिन पीड़ितों के मोबाइल की बरामदगी को लेकर पुलिस की ओर से कोई सार्थक प्रयास नहीं किए जाते हैं। जिसके बाद पीड़ितों में पुलिस के प्रति नकारात्मक भाव उत्पन्न हो जाता हैं। कई पीड़ित तो मोबाइल खो जाने की शिकायत तक दर्ज कराने से इंकार कर देते हैं। लोगों का मानना है कि पुलिस मोबाइल बरामद करने के लिए कोई पहल नहीं करेगी। जनता के मन में पुलिस की इस नकारात्मक छवि को दूर करने के लिए एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने एक सार्थक पहल की है। एसएसपी ने गुम होने वाले मोबाइल को बरामद करने के लिए पुलिस टीम गठित कर उनकी जिम्मेदारी तय की है। एसएसपी ने हरिद्वार एसओजी प्रभारी और रुड़की एसओजी प्रभारी को मोबाइल की गुमशुदगी की शिकायत पर तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मोबाइल बरामद कर पीड़ितों तक पहुंचाने के भी आदेश दिए है। एसएसपी जन्मेजय खंडूरी की इस पहल से जनता के दिलों में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना कायम होगी। इसी के साथ जनता को बड़ी राहत मिलेगी। बताते चलें कि मोबाइल चोरी होने के बाद अक्सर पीड़ित पुलिस के पास जाने से गुरेज करते हैं। जनता के मन में एक बात घर कर गई है कि पुलिस मोबाइल बरामद नहीं करेगी। कीमती मोबाइल खोने की शिकायत भी पुलिस की टेबल पर धूल फांकेंगी। लेकिन हरिद्वार में अब ऐसा नहीं हो पायेगा। एसएसपी ने पुलिस को मोबाइल बरामद करने की जिम्मेदारी जो सौंप दी है।