हरिद्वार। हाड़-कंपाती इस सर्दी के मौसम में भी धर्मनगरी में सैकड़ों भिक्षुकों ने डेरा जमा रखा है। भिखारियों की बढ़ती इस तादाद को देखते पुलिस ने हरकी पैड़ी क्षेत्र में अभियान चलाकर सभी महिला और पुरुष भिखारियों को भिक्षुक-गृह भेजा।
पुलिस ने इस अभियान को शुरू कर भारी मात्रा में भिखारियों को भिक्षुक गृह पहुंचाया। बतादें कि डीएम हरिद्वार दीपक रावत ने शुक्रवार को सभी भिखारियों को जेल भेजने के आदेश जारी किए थे। इस आदेश पर अमल करते हुए आज भिखारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
एसडीएम हरिद्वार मनीष कुमार ने बताया कि प्रशासन लगातार इस तरह के अभियान चलाकर भिखारियों को भिक्षुक गृह भिजवाता है। हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए भिखारियों को गिरफ्तार कर भिक्षुक गृह में भेजा जाता है। हरिद्वार में दूसरे राज्यों से भी भिखारी आते हैं इसलिए यहां भिखारियों की संख्या बहुत ज्यादा है और इसी वजह से भिक्षुक गृह भी काफी छोटा पड़ जाता है। गौरतलब है कि हरिद्वार में सबसे अधिक भिक्षावृत्ति होती है जबकि यहां 2016 से ही भिक्षावृत्ति पर रोक है लेकिन अब तक इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिस वजह से यहां दिनों-दिन भिक्षावृत्ति और भिखारियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
अप्रैल 2017 में शासन ने पूरे प्रदेश में छोटे बच्चों को भीख देने पर रोक लगा दी थी। इसके तहत इन्हें भीख देने वालों को भी दंड देने का प्रावधान किया गया था। इसके अलावा धार्मिक स्थलों के आसपास भिक्षावृत्ति पूरी तरह से प्रतिबंधित करते हुए भिक्षा को अपराध की श्रेणी में रखा गया था। इसका उल्लंघन करने वालों को आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान भी किया था। उत्तराखंड हाईकोर्ट की ओर से भी दिसंबर 2016 में सभी पूजा स्थलों में भिक्षावृत्ति पर रोक लगाई गई थी।