नई दिल्ली, केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने प्याज की स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार अब तक 18 हजार टन प्याज का आयात कर चुकी है, लेकिन सभी प्रयासों के बाद भी अब तक मात्र 2000 टन प्याज की बिक्री हो पाई है।
पासवान ने कहा कि सरकार महंगाई से राहत देने के लिए लोगों को मात्र 22 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज उपलब्ध करा रही है। हालांकि, प्याज बाजार में खुदरा में अभी भी 50 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्याज की कीमतों पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने विदेश से बड़ी मात्रा में प्याज आयात करने का ऑर्डर दिया है, जिसमें से 18 हजार टन प्याज अब तक आ चुका है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से नेफेड और राज्य सरकारों की ओर से विशेष स्टॉल लगाकर प्याज बेचा जा रहा है। इसके बावजूद लोगों को महंगी प्याज से राहत नहीं मिल रही है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की ओर से 22 रुपये प्रति किलो की दर पर प्याज उपलब्ध कराने के बाद भी खुदरा बाजार में इसकी कीमतें कम होने के नाम नहीं ले रही हैं। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई बड़े शहरों में प्याज की खुदरा भाव 50 रुपये से लेकर 70 रुपये प्रति किलो तक है। वहीं, कई राज्यों में केंद्रीय कोटे से मिल रही प्याज वक्त पर नहीं मिल पा रही है जिससे इसकी कीमतें अभी भी ऊंची बनी हुई है।