मंडियों में बढ़ी प्‍याज की आवक, थोक मूल्य 80 रुपये प्रति किलो

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नई दिल्‍ली,  महंगे प्‍याज खरीदने और खाने को मजबूर लोगों के लिए राहत की खबर आने लगी है। केंद्र सरकार द्वारा अफगानिस्‍तान, तुर्की और मिस्र से आयातित प्‍याज की आवक मंडियों में बढ़ने लगी है। इससे प्याज के थोक भाव में पिछले दो दिनों से गिरावट दर्ज की गई।
एशिया की सबसे बड़ी सब्‍जी मंडी आजादपुर के आढ़ती एच.एस. भल्‍ला ने गुरुवार को बताया कि विदेश से आयात प्‍याज की 10-12 गाड़ियां प्रतिदिन आ रही है। भल्‍ला ने बताया कि 55 रुपये से लेकर 80 प्रति किलो की दर से प्‍याज बिकी है। हालांकि, कीमत में गिरावट का फायदा आम उपभोक्‍ता को तुरंत मिलता नहीं दिख रहा क्‍योंकि दिल्‍ली-एनसीआर में ‘ए’ ग्रेड का प्‍याज 70 रुपये से लेकर 100 रुपये प्रति किलो के भाव से खुदरा बाजार में ग्राहकों को उपलब्ध है।
भल्‍ला ने बताया कि प्‍याज की कीमत में आई तेजी आगे भी जारी रहेगी क्‍योंकि देशभर में बढ़ती कीमत को देखते हुए किसानों ने नई फसल तैयार होने से पहले ही मंडियों में बेचना शुरू कर दिया है। इसकी वजह से प्‍याज बड़े पैमाने पर सड़ भी रहा है। दूसरी ओर आयात किए गए प्‍याज खपत के अनुपात में बहुत ही कम है। 
उल्‍लेखनीय है कि पिछले दिनों देश के कुछ हिस्सों में प्याज की कीमत 200 रुपये किलो तक पहुंच गई थी। दिल्ली-एनसीआर में प्याज का दाम 150 रुपये किलो तक चला गया था। बढ़ती कीमत को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक लाख टन से अधिक ज्यादा प्याज का आयात करने का फैसला किया, जिसके लिए सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने 36,000 टन प्याज का आयात करने के ऑडर्र दिए हैं। इनमें से 21 हजार टन से ज्यादा के सौदे हो चुके हैं। सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने 6,090 टन प्याज मिस्र से और 15,000 टन तुर्की से मंगाने का सौदा किया है। इसके अलावा 15 हजार टन प्याज मंगाने के लिए तीन टेंडर जारी किए गए हैं।