बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय निवास में 40 से अधिक नाबालिग बच्चियों के साथ उनके ही तथाकथित संरक्षकों द्वारा लंबे समय से यौन दुराचार और देश की राजधानी दिल्ली के मंडावली इलाके में तीन मासूम बच्चियों के भूख से तड़प-तड़पकर मर जाने पर गुस्साए ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ फेम पंकज त्रिपाठी ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और ‘स्त्री’ को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
‘गैंग ऑफ वासेपुर’ में गैंगस्टर का किरदार निभाने वाले पंकज त्रिपाठी ने भारतीय समाज में ‘स्त्री’ के वर्तमान हालात पर सवाल खड़े करते हुए अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेरी एक फिल्म आ रही है ‘स्त्री’। लोग पूछ रहे हैं कि हंसाएगी या डराएगी? फ़िल्म पे तो कुछ ज्यादा क्या बोलूं लेकिन एक बात जरूर है जो मुझे कचोटती रही है। कभी आपने स्वेटर बुनते देखा है? गर्म और सुंदर स्वेटर बुनने के लिए ऊन कांटो के बीच उलझी रहती है और हर फंदे के साथ ऊन गोले से खुद कम होती जाती है। स्वेटर तैयार होते होते एक दिन गोले का अस्तित्व खत्म हो जाता है।
मां, पत्नी या बेटी हो, हर स्त्री ऐसी ही है। उस ऊन के गोले की तरह। ये हमारे जीवन में खुशियां ही लाती हैं। भले खुद लाख दुख सह ले। आखिरी सांस तक हमारी खुशियों के लिए प्रयासरत रहती हैं। लेकिन क्या हम भी एक पुरुष के तौर पर ऐसा कर पाते हैं? ऐसा क्या होता है कि खुशियों की जगह दुःख, डर और दहशत ले लेती है? हम एक पुरुष और एक समाज के रूप में उनके साथ क्या कर रहे हैं? कुछ बुनना तो दूर की बात है हम तो रेशे तक उधेड़ देते है। तार तार कर देते हैं।
पटना एनजीओ में बच्चियों के साथ जो हुआ, अभी दिल्ली में उन तीन बच्चियों के साथ जो हुआ या ऐसी हर खबर आपको अंदर ही अंदर विक्षिप्त और शर्मसार नही कर रही है? बाहर छोड़िए, घरों तक में क्या वो सुरक्षित हैं, खुश हैं? बच्चियों और स्त्रियों के लिए हम क्या बुन रहे हैं?
कुछ समय पहले हिन्दुस्थान समाचार को दिए एक साक्षात्कार में पंकज त्रिपाठी ने बताया था कि वे भी बिहार की ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। फिल्म ‘न्यूटन’ के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित पंकज त्रिपाठी की मानें तो उन्होंने गरीबी को बहुत करीब से देखा है, और वे भारत के गांवों, शहरों की झुग्गियों में पसरी गरीबी और गरीबों के दुखों को बहुत शिद्दत से महसूस कर पाते हैं। ऐसे में मुजफ्फरपुर और मंडावली की घटनाएं दिल को कचोटती हैं। पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड के चर्चित कलाकार है, जो फ वासेपुर’ सीरीज फिल्मोंं के चलते बेहद चर्चित हुए।