स्वामी चिदानन्द ने कहा गंगा नदी, गंगोत्री से लेकर गंगा सागर तक 2525 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं। पांच राज्यों से होकर गुजरने वाली गंगा नदी अकेले उत्तर प्रदेश में 1140 किलोमीटर क्षेत्र से गुजरती हुई अपना आशीर्वाद देती है। गंगा के किनारे स्थित 27 जिलों में गंगा नदी के किनारे कम से कम 200 मीटर के दायरे में सघन वृक्षारोपण की आवश्यकता है। हरियाली से जलस्तर भी बढ़ेगा और प्रदूषण भी कम होगा। वायुमण्डल में ग्रीन हाउस गैसों के बढ़ते जमाव के कारण हमारी धरती पर ग्लोबल वार्मिंग का खतरा मंडरा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को स्वामी जी ने आश्वासन दिया कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में जल्द ही गंगा नदी के किनारे के दायरे में सघन वृक्षारोपण का कार्य जल्द ही शुरु करायेंगे। प्रयाग में 2019 में लगने वाले इलाहबाद कुंभ मेले तक गंगा नदी का प्रवाह अविरल बनाए रखने हेतू पुरजोर प्रयास जारी रहेगा और गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए गंगा हरीतिमा अभियान जारी रहेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “राज्य को भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त बनाने के साथ ही राज्य की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करना ही प्रदेश शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी एवं मुख्यमंत्री रावत को स्वामी चिदानन्द ने शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर प्रभु से उनके यश एंव उज्जवल भविष्य की कामना की।