गोपेश्वर, बदहाल सड़क और स्वास्थ्य व्यवस्था के चलते आज भी ग्रामीण क्षेत्रों के लोग आदम जमाने का जीवन जीने को मजबूर है। कहने को तो कागजों में सरकार की ओर से विकास हो रहा है लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि लोग आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं। सड़क की हालत यह है कि मरीज को 25 किमी पैदल कुर्सी में बांध कर जिला चिकित्सालय गोपेश्वर तक लाया गया। अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि मरीज गंभीर हालत में होता तो तब क्या होता।
चमोली जिले के पाणा ईराणी के ग्रामीण राधादेवी पत्नी स्व. सबर सिंह की तबीयत बिगड़ने पर उसे कुर्सी पर बांधकर 25 किमी गौणा तक लाया गया जहां से उसे वाहन से जिलाचिकित्सालय गोपेश्वर लाया गया। गांव के दिनेश सिंह बताते हैं कि पाणा-ईराणी मोटर मार्ग दो स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो रखा है।
गांव के पूर्व प्रधान बलवंत सिंह फस्र्वाण, हीरा सिंह, महेंद्र सिंह, जसपाल सिंह, मनवर सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह व अंकित ने कुर्सी के सहारे बांध कर उसे सड़क मार्ग तक पहुंचाया। बताया कि जब वे सड़क मार्ग पर पहुंचे तो 108 सेवा को फोन किया गया। लेकिन उनके ओर से कहा गया कि वाहन कर्णप्रयाग गया हुआ है जिसे आने में दो घंटे लग सकते हैं। ऐसे में ग्रामीण बीमार महिला को कुर्सी पर लाद कर ही लाकर जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है। उन्होंने बताया कि एक लंबे समय से मोटर मार्ग अवरुद्ध होने से क्षेत्र के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।