ऋषिकेश, सर्दी का कहर बच्चों पर बेहद भारी पड़ रहा है। सुबह-शाम बर्फीली शीतलहर और दोपहर को चटख धूप से बच्चे विभिन्न बीमारियों की चपेट मे आ रहे हैं। शीत लहर में महिलाओं और वृद्धों के साथ बच्चे सर्दी, जुकाम, वायरल और उल्टी दस्त आदि बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। एम्स एवं राजकीय चिकित्सालय के साथ तमाम प्राइवेट हास्पिटलों इन दिनों ऐसे मरीजों की भरमार है।
बढ़ती सर्दी में थोड़ी सी लापरवाही बीमारी का कारण बनकर उभर रही है। एम्स हास्पिटल मे अपनी तीन माह की बच्ची को दिखाने आईं आवास विकास निवासी रश्मि घिल्डियाल का कहना था कि ठंड लग जाने की वजह से बच्ची दूध पीते ही उल्टी कर रही है और सो नहीं पा रही है। इसी तरह सुनीता शर्मा ने बताया कि उनकी पांच वर्षीय बेटी गुड़िया को ठंड लगने से पहले सिर दर्द हुआ फिर बुखार के साथ दस्त आ रहे हैं। शनिवार को ओपीडी में महिलाओं की लंबी कतार लगी रही। इसी तरह तमाम लोग प्राइवेट नर्सिंग होम में बच्चों का इलाज करवा रहे हैं।
निर्मल आश्रम अस्पताल की बालरोग चिकित्सक डॉ. विदिशा त्रिपाठी का कहना था कि, “ठंड के मौसम में सुबह व शाम को शीतलहर और दिन भर चटख धूप खुलने से मौसम गड़बड़ा रहा है, जिसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा है।” बकौल डॉ. विदिशा त्रिपाठी के अनुसार, “ठंड में बच्चों के हाथ-पैर व कान ढककर रखना चाहिए और खानपान में विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए ताकि बच्चों को ठंड न लग पाए। ठंड लगने से ही दस्त व बुखार की शिकायतें आ रही हैं।”