बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग

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हरिद्वार, तीर्थनगरी में बढ़ती बंदरों की संख्या से स्थानीय निवासियों व यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खाने पीने के समान पर झपटने के साथ-साथ बंदरों का हिंसक व्यवहार बच्चों, महिलाओं व वृद्धों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
गली में निकलना हो अथवा अपने ही घर की छत्त पर जाना हो हमलावर बंदरों के आंतक से महिलाओं का छत्त पर कपड़ा सुखाना भी दुश्वर हो गया है। इस संदर्भ में भाजपा पार्षद अनिरुद्ध भाटी व विनित जौली के नेतृत्व में अनेक भाजपा कार्यकर्त्ताओं व क्षेत्रवासियों ने नगर विकास मंत्री मदन कौशिक तथा सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग की है।

नगर विकास मंत्री मदन कौशिक को ज्ञापन सौंपते हुए पार्षद अनिरुद्ध भाटी ने कहा कि, “तीर्थनगरी के उत्तरी हरिद्वार में बढ़ती बंदरों की संख्या से लोग परेशान हैं। बंदरों के हमले में अनेकों क्षेत्रीय नागरिक घायल व चोटिल हो चुके हैं। यही नहीं स्थानीय निवासियों का छत्त पर जाना व गलियों में निकलना भी दुश्कर हो रहा है।” अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि, “ऐसे में बच्चों का स्कूल, ट्यूशन जाना, महिलाओं का छत्ता पर कपड़ा सुखाना, सब्जी व घरेलू सामान लाना भी मुश्किल हो गया है। अतः जनहित में विशेष अभियान चलाकर बंदरों को पकड़ कर जंगलों में छोड़ना व इनकी संख्या में पर लगाम लगाने के लिए इनके बधियाकरण की वैज्ञानिक रूप से व्यवस्था किया जाना आवश्यक है।” 

नगर विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सरकार आवारा पशुओं तथा बंदरों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कदम उठायेगी।