मृत पशुओं के निस्तारण न होने लोग परेशान

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ऋषिकेश, मृत पशुओं के निस्तारण के प्रबंध न होने के अभाव में इनके अवशेष सड़कों सहित इधर उधर बिखरे होने से लोग परेशान हैं। खासकर श्यामपुर न्याय पंचायत के आसपास गंगा तट पर बसे गांवों खदरी खड़कमाफ, गोहरी माफी सहित श्यामपुर में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा। ग्रामीणों ने मृत पशुओं के निस्तारण के लिए सरकार से मांग की है।
पर्यावरणविद समाजसेवी विनोद जुगलान का कहना है कि, “अव्यवस्था का आलम यह है कि मृत पशुओं के अवशेष गंगा तट पर भी बिखरे पड़े हैं जिससे न केवल बीमारी फैलने का भय है बल्कि इससे गंगाजी के प्रति करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को भी चोट पहुंच रही है। लेकिन प्रशासन बदहाल स्थिति पर चुप्पी साधे है।” दूसरी ओर एक लाख से भी अधिक संख्या वाले शहरी क्षेत्र नगर निगम ऋषिकेश में भी आज तक सरकार मृत पशुओं के निस्तारण के लिए कोई ठेकेदार अधिकृत न होने के कारण दुर्घटनाओं सहित स्वाभाविक रूप से मरने वाले पशुओं के निस्तारण को नगर निगम कर्मी ही गड्ढे खोदकर दफनाते हैं जिससे सफाई कर्मियों को अपने मूल सफाई कार्य से अतिरिक्त कार्य करना पड़ता है।
पर्यावरण विद जुगलान समय-समय पर गंगा तट पर पड़े मृत पशुओं को ग्रामीणों की सहायता से दफनाकर निस्तारण करते रहते हैं। गुरुवार की सुबह खदरी के स्थानीय ग्रामीणों ने गंगा तट पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और पाया कि अभी भी गंगातट के कुछ स्थानों पर मृत पशुओं के अवशेष खुलेआम पड़े हुए हैं जिनसे भारी दुर्गन्ध रही है।