जीएसटी लागू होने के बाद अभी तक तेल कंपनियों का साफ्टवेयर अपडेट नहीं हो पाया। इसके चलते दून समेत पूरे गढ़वाल मंडल में शनिवार से अभी तक रसोई गैस की आपूर्ति ठप रही। इस दौरान गढ़वाल मंडल में करीब तीस हजार सिलेंडरों की सप्लाई नहीं हो पाई, जिस कारण उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
तेल कंपनियां हरिद्वार स्थित लंढौरा प्लांट से गैस की आपूर्ति करता है। दून में हर दिन जहां 18 हजार सिलेंडर की आपूर्ति की जाती है वहीं, 12 हजार सिलेंडर हर दिन गढ़वाल मंडल के विभिन्न जिलों में आपूर्ति किए जाते हैं। चूंकि, एक जुलाई से जीएसटी लागू हो गया है तो इसी के अनुरूप तेल कंपनियों के साफ्टवेयर भी अपडेट होने हैं लेकिन, शनिवार को कंपनी का साफ्टवेयर अपडेट नहीं हो पाया। जिस कारण गैस एजेंसियों की ओर से कंपनी को भेजे गए गैस के ऑर्डर साफ्टवेयर में दर्ज नहीं हो पाए। ऐसे में एजेंसियों की गैस की गाड़ियां ही लोड नहीं हुई। इस कारण सप्लाई ठप रही।
उधर, गैस के लिए उपभोक्ता सुबह से ही एजेंसियों को फोन लगाने लगे थे, लेकिन एजेंसियों ने शनिवार को गैस भेजने से हाथ खड़े कर दिए हालांकि, कुछ एजेंसियों पर शुक्रवार का स्टॉक बचा था, लेकिन दोपहर से पहले वह भी खत्म हो गया। इसके अलावा भी कई उपभोक्ता गैस लेने के लिए एजेंसियों पर ही पहुंच गए, लेकिन वहां भी गैस न होने के कारण उन्हें मायूस ही लौटना पड़ा। रविवार को छुट्टी रहने के कारण प्लांट बंद रहता है। जिस कारण रविवार को भी गैस की गाड़ियां नहीं भरी जाएगी। इससे गढ़वाल मंडल में रसोई गैस की दिक्कत और बढ़नी तय है। सोमवार को गाड़ियां लोड होने के बाद मंगलवार को ही आपूर्ति हो पाएगी।
दून एलपीजी एसोसिएशन के अध्यक्ष चमन लाल ने बताया कि साफ्टवेयर अपडेट नहीं होने के कारण गाड़ियां नहीं भरी गई। एसोसिएशन लगातार प्लांट से संपर्क कर रही है। जैसे ही साफ्टवेयर अपडेट होता है गैस आनी शुरू हो जाएगी।