बच्चों ने राजभवन के आंगन में मनाई फूल देई

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आज प्रातः राजभवन में ‘फूल-संक्राति’/‘फूल देई’ मनाई गई। प्रकृति के साथ सुख-शान्ति और समृद्धि की शुभकामनाएं लेकर राजभवन की दहलीज पर बच्चों ने फूल बरसाये। राज्यपाल डाॅ.कृष्ण कान्त पाल ने बालक एवं बालिकाओं का अत्यन्त प्रसन्न मन से स्वागत किया और परम्परानुसार उन्हें चावल व मिष्ठान्न देकर शुभकामनाओं के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

राज्यपाल ने उत्तराखण्ड के लोक पर्व फूल संक्राति/फूल देई के अवसर पर कहा कि हमारे पर्व ही हमारी संस्कृति के संरक्षक होते है । भारतीय समाज में मनाये जाने वाले पर्वों का किसी न किसी ऋतु से सीधा सम्बन्ध होता है, जो हमारी नयी पीढ़ियों को हमारी संस्कृति से परिचित कराने में संवाहक की भूमिका निभाते हैं। इसलिए पर्वाे को संस्कृति का संरक्षक कहा जा सकता है।

प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर उत्तराखण्ड जैसे पर्वतीय राज्य में चैत्र मास में मनाया जाने वाला फूल देई पर्व प्रकृति संरक्षण का संदेश देता है। यह पर्व विशेष रूप से बच्चों द्वारा मनाया जाता है इससे हर बच्चा अपने लोक पर्व के महत्व व भूमिका से सरल रूप से परिचित हो जाता है और बचपन से ही अपनी संस्कृति से जुड जाता है।