डोईवाला- निशुल्क शिक्षण संस्थान पेन-इंडिया स्कूल में फूलदेई त्यौहार मनाया गया। बच्चों ने मां सरस्वती की विशेष पूजा कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। शिक्षिकाओं ने बच्चों को फूलदेई त्यौहार की परंपरा के बारे में जानकारी दी।
पेन-इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक अनूप रावत ने कहा कि प्रकृति का आभार प्रकट करने का पर्व है फूलदेई। प्रकृति के इस त्योहार को संजोए रखने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। ऐसे पर्व हमें प्रकृति से साथ जुड़ने और उसके संरक्षण की सीख देते हैं। निदेशक संतोष बुड़ाकोटी ने बताया कि आज से शुरू हो रहा चैत का महीना उत्तराखंडी समाज के बीच विशेष पारंपरिक महत्व रखता है। चैत की संक्रांति यानी फूल संक्रांति से शुरू होकर इस पूरे महीने घरों की देहरी पर फूल डाले जाते हैं। इसी को गढ़वाल में फूल संग्राद और कुमाऊं में फूलदेई पर्व कहा जाता है। फूल डालने वाले बच्चे फुलारी कहलाते हैं। इससे पहले पेन-इंडिया स्कूल के नौनिहालों ने मां सरस्वती की पूजा कर उन्हें पुष्पांजलि भेंट की। स्कूल सहित आसपास की दुकानों व घरों की दहलीज पर पुष्प रखे। वॉलंटियर शिक्षिका ऋतु शर्मा व दीपालिका नेगी ने बच्चों को फूलदेई त्यौहार के महत्व को बताया।