उत्तराखंड की सरकार के लिए चारधाम यात्रा इस साल खुशियां लेकर आई है। आमतौर पर बीते वर्षों में जितने यात्री पूरे यात्रा काल में उत्तराखंड नहीं आए, उससे अधिक इस बार पहले दो माह में आ चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस साल पुराने सभी रिकॉर्ड टूट जाएंगे। यात्रा के लिए आने वाले यात्रियों के पंजीकरण के आंकड़े बता रहे हैं कि अभी तक कुल 17,72, 631 यात्री चारधाम और हेमकुंड साहिब के दर्शनों के लिए आ चुके हैं।
उत्तराखंड में 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद यात्रियों की संख्या में खासी गिरावट आई थी। बीते चार साल में यात्रियों का आंकड़ा 15 लाख की संख्या नहीं छू पाया था। लेकिन, इस बार 12 जुलाई तक ही करीब 18 लाख यात्री उत्तराखंड का रुख कर चुके हैं। यात्रा के शुरू होते ही राज्य सरकार ने केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बदरीनाथ में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की आमद के जरिए सुरक्षित यात्रा का संदेश दिया। इसके सकारात्मक परिणाम भी दिखाई दिए, यात्रा शुरू होने से लेकर अभी तक यात्रियों का चारों धामों और हेमकुंड साहिब में आने का सिलसिला जारी है।
भारी बारिश और खतरे के बावजूद आस्था में डूबे श्रद्धालुओं के काफिले निरंतर दर्शनों के लिए आ रहे हैं। सरकार ने दो दिन के लिए चारधाम यात्रा पर रोक लगाई है, लेकिन मौसम साफ होने के बाद फिर यात्रा शुरू कर दी गई है। सरकार का मानना है कि इस बार यात्रियों का आंकड़ा पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा। अभी तक के आंकड़े बताते हैं कि गंगोत्री में 3,32,491, यमुनोत्री में 3,31,738, केदारनाथ में 3,74,394, बदरीनाथ में 6,47,107 और हेमकुंड साहिब में 86901 श्रद्धालु मत्था टेक चुके हैं।यात्रा अक्टूबर माह तक जारी रहेगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि, ‘सरकार ने लोगों को विश्वास दिलाया कि चारधाम यात्रा सुगम और सुरक्षित है। इसी का नतीजा है कि देश-विदेश से लाखों लोग दर्शनों के लिए पहुंचे। सरकार का प्रयास यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना है। आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या में और इजाफा होगा।’