आज पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन को स्वछता सेवा दिवस के रूप में मना रहा है। प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व में सेवा भाव जगाने का काम जिस महापुरुष ने किया वो थे स्वामी दयानन्द सरस्वती।ऋषिकेश शीशमझाडी में स्थित दयानंद आश्रम से पीएम नरेंद्र मोदी का गहरा नाता रहा है। मोदी 1981 से दयानद आश्रम से जुड़े हुए है ,३ साल तक वेद आध्यात्म की शिक्षा का अध्यन किया। 11 सितम्बर 2015 को प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने गुरु के स्वास्थ्य खराब होने की सूचना मिलने पर नरेंद्र मोदी ऋषिकेश के गंगा तट पर बने अपने गुरु के आश्रम पहुंच। गुरु शिष्य का ये मिलन अद्भुत था जब देश का प्रधानमंत्री एक शिष्य के रूप में आश्रम में आया और भावविभोर हो गया।
आश्रम के स्वामी आचार्य शांतानंदा बताते है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का ऋषिकेश के स्वामी संत दयानंद सरस्वती से गहरा जुड़ाव रहा है। सन 1962 में ऋषिकेश में स्वामी जी ने आश्रम का निर्माण किया, अपने प्रचारक जीवन में मोदी ऋषिकेश आये और 1981 में स्वामी से जुड़ गए ,तब से स्वामी जी मार्गदर्शन में सेवा-स्वछता को अपने जीवन में आत्मसाध किया और प्रधान मंत्री बनने के बाद मोदी अपने गुरु से मिलने ऋषिकेश भी पहुंचे। यहाँ ऋषिकेश के आश्रम में मोदी अपने गुरु के सानिध्य में लगभग ४० मिनट बिताये थे साथ ही वह सभी लोगों का दिल जीत लिया आज सभी आश्रमवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्म दिन की बधाई दे रहे है और उनके दीघार्यु होने की कामना कर रहे है।