आगामी 24 दिसंबर को हल्द्वानी आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नैनीताल के लिए 77 करोड़ 58 लाख रुपये के सीवर लाइन के प्रस्ताव का उद्घाटन करेंगे। इस बड़ी और महत्वाकांक्षी योजना से न केवल नगर के 9338 परिवार लाभान्वित होंगे, वरन पर्यटन नगरी के होटल वालों पर नगर में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट न होने के कारण एनजीटी यानी राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के नियमों की जद में आने का खतरा भी नहीं रहेगा।
उल्लेखनीय है कि नैनीताल नगर में 1980 के दशक में बनी सीवर लाइनों की क्षमता वर्तमान जरूरतों के लिहाज से काफी कम है। इस कारण नगर की सीवर लाइनें अक्सर उफनती रहती हैं, और पूरा नगर नैनी झील का जलागम क्षेत्र होने के कारण सीवर लाइनों के उफनने से बाहर आने वाली गंदगी नैनी झील में समा जाती है, जिससे ही नगर में पेयजल की आपूर्ति होती है।
समस्या बढ़ने पर उत्तराखंड बनने के बाद वर्ष 2005-06 में नगर की मॉल रोड से गुजरने वाली मुख्य सीवर लाइन की क्षमता वृद्धि की गई और रूसी बाइपास में एसटीपी यानी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया, लेकिन यह दोनों व्यवस्थाएं भी अपर्याप्त साबित हुईं। इसके बाद सीवर लाइनों में बारिश में रसोई का पानी जाने से रोकने के कार्य हुए, फिर भी सीवर लाइनों के उफनने की समस्या बनी रही। डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि प्रधानमंत्री के हाथों इस इस योजना का शिलान्यास होना है।