देहरादून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात अक्टूबर को दीपावली के मौके पर बाबा केदार के दर्शन करने उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। कई दिन से जारी अटकलों पर मुहर लग गई। केदारनाथ में सुरक्षा व्यवस्था परखने को एनएसजी की टीम पहुंच गई है। बाबा केदार के दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री केदारपुरी में चल रहे पुननिर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री उत्तराखंड से लगी चीन सीमा पर सेना की चौकी पर जवानों के दीपावली मनाएंगे।
उत्तराखंड के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लगाव काफी है। यही कारण है कि बीते तीन माह प्रधानमंत्री का तीसरा दौरा प्रदेश में होने वाला है। पीएमओ ने प्रधानमंत्री का केदार दौरा फाइनल कर दिया है। सात अक्टूबर को प्रधान मंत्री दिल्ली से देहरादून एयरपोर्ट पहुंचेंगे और यहां से हेलीकॉप्टर से केदारपुरी जाएंगे। लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि नौ नवंबर को केदारनाथ के कपाट बंद होने से पहले प्रधानमंत्री केदारनाथ पहुंचेंगे। साथ ही कुछ निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे। इस बीच राज्य में निकाय चुनाव की आचार संहिता लगने और लोकार्पण व शिलान्यास के लिए राज्य निर्वाचन आयोग से अनुमति न मिलने के मद्देनजर प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर असमंजस की स्थिति भी बनी हुई थी। हालांकि, शासन-प्रशासन के स्तर से प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियां लगातार चल रही थीं। रविवार को पीएम का दौरा तय होने के बाद तैयारियां तेज हो गई हैं। शासन-प्रशासन के साथ ही एनएसजी की टीम भी केदारनाथ पहुंच गई है।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. देवेंद्र भसीन के अनुसार प्रधानमंत्री सात नवंबर को दीपावली पर केदारनाथ के दर्शनों को आ रहे हैं। वह सुबह दिल्ली से पहले देहरादून के जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचेंगे और फिर केदारनाथ रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि अभी तक मिले कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री बाबा केदार के दर्शनों के बाद केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद वह दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम में प्रस्तावित दौरे को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पीएम की छह स्तरीय सुरक्षा में हेलीपैड से लेकर मंदिर तक सादे कपड़ों में फोर्स तैनात की गई है। सुरक्षा में एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) के सदस्य ज्यादा हैं। केदारनाथ में एसपीजी की एक टीम पहुंच चुकी है, जबकि दूसरी टीम मंगलवार तक पहुंच जाएगी। इसके अलावा 500 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात किए जा रहे हैं। इनमें से 10 से ज्यादा आइपीएस जौलीग्रांट, गुप्तकाशी और केदारनाथ में तैनात किए जा रहे हैं।