उत्तरकाशी जिले में नशा तस्करी व नशे को जड़ से खात्मे के लिए पुलिस की ओर से प्रत्येक थाने में सर्वे कराया जा रहा है।इस कदम से हर थाने की बीट इलाके में नशा करने वालों का पता लगाया जा सकेगा। लगातार हर महीने अलग-अलग थानों से चरसी और स्मेकियों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इलाके में नशा फैला हुआ है और मेडिकेटेड सहित अन्य मादक पदार्थों का नशा युवाओं में फैल रहा है। पुलिस की ओर से नशा तस्करों के खिलाफ धरपकड़ व कार्रवाई के लिए पुलिस का तेजी से ऑपरेशन चल रहा है। इसके साथ ही पुलिस की ओर से जिले में प्रत्येक थाना इलाके में नशा करने वालों का सर्वे किया जा रहा है। जिससे प्रत्येक थाना इलाके में नशा करने वालों व नशा बेचने वालों का पता लगाया जा सके।
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक का प्लान सर्वे
पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा की ओर से जिले के प्रत्येक थाने में एक रजिस्टर मेंटेन किया गया है। इस रजिस्टर में कई कॉलम बनाए गए है, जिसमें नशा करने वालों का नाम, कौन सा नशा करता है। नशा कहां से लाता है। नशा करने के लिए रुपए कहां से लाता है।
यह सब जानकारी बीट कांस्टेबलों को इस रजिस्टर में संधारित करनी होगी। जब भी कोई पुलिस अधिकारी थाने का निरीक्षण करेगा तो इस रजिस्टर को भी चेक करेगा।
सर्वे का मकसद
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस सर्वे का मकसद है कि जिले में नशा करने वालों की जानकारी जुटाकर नशा तस्करी व नशे को जड़ों से समाप्त करना है। इसके लिए पुलिस की ओर से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इसके साथ नशा छोडऩे वालों के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
नशा छोडऩे वालों की भी पुलिस मदद कर रही है और उनको डॉक्टरी सलाह आदि दिलवा रही है। सर्वे के बाद नशा करने वालों के परिजनों को जागरुक करके व समझा कर नशा करने वालों को नशा मुक्ति शिविरों में नशा छुड़ाया जा सके।
जिले में सभी थानों में नशा करने वालों का सर्वे चल रहा है। जिससे ऐसे युवाओं का पता लगाना है, जो नशा कर रहे हैं। पुलिस की ओर से उनके परिजनों को जागरुक करके उनका नशा छुड़ावाने के लिए प्रेरित किया जाएगा और उनको नशा मुक्ति शिविर या केन्द्रों में भी भेजा जा सकता है। इसके लिए पुलिस पूरा प्रयास कर रही है।