बुधवार देर रात एक कांस्टेबल और उसके दो साथियों ने अपनी कार से पान बेचने वाले व्यवसायी को रौंद दिया। गंभीर रूप से घायल व्यवसायी की मौत हो गई। घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने कोतवाली के सामने शव रख कर हंगामा किया। बाद में पुलिस ने आरोपित सिपाही और दो अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। मुख्यमंत्री ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
बताया गया कि बुघवार रात आरोपित कांस्टेबल प्रवीण, गौरव राठौर और जीवन उसकी दुकान पर सिगरेट पीने पहुंचे थे। सिगरेट के पैसे मांगने पर कार सवार लोगों ने गाली गलौज की। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार गुस्साए कार सवार लोगों ने दुकानदार से अभद्रता व मारपीट करने लगे। जिसके बाद करीब ही अपनी मिठाई की दुकान पर बैठे विशाल, शिवम पुत्रगण महेश रुहेला मोहल्ला मझरा प्रभु व अजय यादव पुत्र गिरवर यादव आदि भी वहां पहुंच गए। आरोप है कि गाली-गलौज का विरोध करने पर आरोपित गौरव राठौर ने अचानक कार को तेज गति से दौड़ा दिया, जिसकी चपेट में आकर दुकानदार गौरव रुहेला के अलावा विशाल, शिवम व अजय यादव घायल हो गए, जिन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के उपरांत चिकित्सकों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। इनमें से दुकानदार गौरव रुहेला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। आक्रोशित परिजनों ने शव को कोतवाली के सामने रखकर हंगामा किया। बाद में उच्चाधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने आरोपित कांस्टेबल प्रवीन कुमार, उसके साले जीवन और साथी गौरव राठौर के विरुद्ध हत्या सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की जांच काशीपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर संजय पाठक को सौंपी गई है।
मृतक के भाई अजय रौहेला ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि बुधवार को देर रात सिगरेट लेने कार सवार तीन लोग आए थे। सिगरेट के पैसे मांगने पर कार सवार लोगों ने गाली गलौज और मारपीट की। उसके बाद उन्होंने पान बिक्रेता गौरव रौहेला पर कार चढ़ा दी। जिसमें गम्भीर रूप से घायल गौरव रौहेला को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया गया। प्राथमिक इलाज के बाद उसे हल्द्वानी रेफर कर दिया, हल्द्वानी में डाक्टरों ने गौरव को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपित कांस्टेबल प्रवीण, गौरव राठौर और जीवन को गिरफ्तार कऱ लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के थाना क्षेत्रों से पुलिस बल बुलाया गया है।
इधर, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बाजपुर में हुई इस घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को घटना की पूरी जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए।