उत्तराखण्ड निकाय चुनाव को लेकर सियासी संग्राम तेज

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कांग्रेस

देहरादून,  निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही राज्य की भाजपा, कांग्रेस सहित सभी छोट-बड़े राजनीतिक दल मौसम के विपरित चुनाव की तपीस में अपने जीत का दंभ भरने लगे हैं। जहां भाजपा विकास की नारे के साथ चुनावी मैदान में वार करेगी तो वहीं कांग्रेस बढ़ती महंगाई और भाजपा सरकार के वादों को मुख्य मुद्दा बनाकर रण को जीतने के लिए व्याकुल है। जबकि अन्य छोटे दल तीसरे मोर्चे की तालाश में भाजपा कांग्रेस से सीट लपकने के जुगाड़ में है। 

प्रदेश में स्थानीय नगर निकाय चुनाव की तिथि की घोषणा जारी होते ही सत्ताधारी भाजपा और विपक्ष कांग्रेस में सीट की दोवेदारी को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ गई है। पार्टी कार्यालय में सुबह से लेकर देर रात टिकटदारों का जमावड़ा नेतृत्व के लिए चुनौती बना हुआ है। सियासी उहापोह की​ स्थिति में छोटे दल भी अपना वजूद बचाने और अपनी शक्ति का एहसास कराने के लिए पीछे नही है। हाल ही में उत्तराखण्ड जनता मोर्चा ने जहां कांग्रेस और भाजपा को सबक सिखाने के लिए स्थानीय चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है। यह दोनों दलों के​ लिए खासी चुनौती होगी। भारतीय जनता मोर्चा के प्रदेश संयोजक सूरत राम नौटियाल का कहना है कि हम हर हाल में भाजपा कांग्रेस को मात देने के लिए काम करेंगे। कम ही सही लेकिन हर जगर प्रत्याशी राष्ट्रीय दलों के खिलाफ उतारेंगे। खासतौर उनपर ज्यादा निगाह होगा तो भाजपा कांग्रेस से नाराज है। हम तीसरे मोर्चे के रूप में मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

निकाय चुनाव का बिगुल बजते ही मेयर और पार्षद के दावेदार और उनके समर्थक सोसल मीडिया में सक्रिय हो गए हैं। दावेदारों और समर्थकों की ओर से डाले जा रहे पोस्टों में लोग खूब प्रतिक्रियाएं देने लगे हैं। नेताओं की धड़कनें के साथ-साथ सरकारी मशीनरी भी अलर्ट पर आ गयी है।

राजपुर रोड स्थित राजीव भवन में नगर निगम के मेयर पद को लेकर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह जिताऊ प्रत्याशी पर मंथन तेज कर दिए है। सूत्रों की माने तो देहरादून मेयर पद को लेकर पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा के नामों पर पार्टी विचार कर रही है।  कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि, “भाजपा सरकार में बढ़ती महंगाई, सरकार का अपने किए वादों को पूरा करने में ​असफल रही जिससे जनता का रूझान कांग्रेस के पक्ष में है। यही रुझान कांग्रेस को चुनाव में जीत दिलाएगी।”

वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भटृ निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही बीजेपी का जीत का दावा करने लगे है। उनका कहना है भाजपा चुनाव में केन्द्र और राज्य के सरकार के विकास लेकर उतरेगी और निश्चत ही स्थानीय चुनावों में जीत का परचम फहराएगी। हालांकि प्रत्याशी के नामों लेकर पार्टी अभी कुछ भी कहने से बच रही है लेकिन जल्द घोषाणा करने की बात कही है। वहीं देहरादून में मेयर को लेकर पार्टी के दिग्गज नेता चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है। ऐसे में पार्टी जल्दबाजी के वजास अंत में प्रत्याशी के नामों की घोषण कर विवादों को रोकना चाहती है।

भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल का कहना है कि, “सभी 100 वार्ड का पैनल पहले से तैयार है और मेयर के पैनल पर चार नाम शामिल किए गए हैं। मेयर पद पर सुनील उनियाल गामा, अनिल गोयल, उमेश अग्रवाल और पुनीत मित्तल के नाम हैं।” 

उल्लेखनीय है कि राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से सोमवार को निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके तहत 18 नवम्बर को मतदान और 20 नवम्बर को मतगणना होनी है। निकाय चुनाव के लिए 20, 22 व 23 अक्टूबर को नामांकन होंगे। जबकि 25 व 26 को मतपत्रों की जांच तथा 27 अक्टूबर को नाम वापसी। लेकिन इन चुनावों में रुड़की नगर निगम को शामिल नहीं किया गया है।