नई दिल्ली, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर शुक्रवार को करीब दस बजे उनके सरकारी आवास 6ए-कृष्ण मेनन मार्ग से दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय के लिए रवाना हो गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
घर से निकलते समय वाजपेयी के पार्थिव शरीर को पूरा राजकीय सम्मान दिया गया। उनके काफिले में सबसे आगे तीनों सेनाओं की गाड़ियां थीं और उसके पीछे फूल मालाओं से सजे सेना के दो ट्रक। पहले ट्रक में वाजपेयी के परिजन बैठे थे, जबकि दूसरे ट्रक में तिरंगे में लिपटा वाजपेयी का पार्थिव शरीर था। इस दौरान केंद्रीय मंत्री भूप्रेंद्र यादव, पीयूष गोयल और अनुराग ठाकुर पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था देख रहे थे।
पार्थिव शरीर के भाजपा मुख्यालय के लिए रवाना होने से पहले वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत, सेना प्रमुख बिपीन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, उत्तर के प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, धर्मेंद्र यादव, सबसे अंत में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने वाजपेयी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धा समुन अर्पित किए।
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार वापपेयी का पार्थिव शरीर उनके निवास से 9 बजे निकलना तय था लेकिन उनके दर्शन को पहुंचे नेताओं के हूजुम के मद्देनजर इसमें एक घंटे का विलंब हुआ। उनका शरीर अंतिम दर्शन के लिए भाजपा मुख्यालय में रखा जाएगा, जहां से दोपहर एक बजे के बाद राजघाट स्थित स्मृति स्थल के लिए रवाना हो जाएगा।