प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने के बाद एक फिर भाजपा कांग्रेस आमने सामने हैं। कांग्रेस में मुख्यमंत्री चेहरा तो भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष पर पार्टी के विधायकों की ओर से आरोप लगाए जा रहे हैं।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 14 फरवरी को संपन्न होने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर पार्टी के ही विधायक खुलकर मोर्चा खोल दिया है। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में 15 फरवरी को मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी आने वाले थे, लेकिन वो इन सभी प्रकरणों के चलते नहीं आए पाए। यहीं नहीं पार्टी के एक और कार्यक्रम में मदन कौशिक का नदारत रहना भाजपा में विरोध के स्वर को लेकर देखा जा रहा है। हालांकि यह कार्यक्रम कार्यकर्ता उत्साह के लिए रखा गया था। जो चुनाव में पार्टी के लिए विभिन्न दायित्वों में काम कर रहे थे।
भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत अपने आप को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस में ऐसी ही परंपरा चलती रही है। भाजपा विधायक अपने ही प्रदेश अध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं। इसे कांग्रेस नेता भी खूब चर्चा बना रहे हैं और उनके अपने मीडिया ग्रुप फारवर्ड कर भाजपा पर हमलावर हैं।
कांग्रेस संगठन महासचिव मथुरा दत्त जोशी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनके अपने ही विधायक अपने ही प्रदेश अध्यक्ष को कटघरे में खड़े कर रहे हैं, वह पार्टी दूसरों के ऊपर आरोप न लगाएं। उन्होंने हरीश रावत के हाल ही में दिए बयान पर कहा कि वे वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें अपना पक्ष रखने का पूरा अधिकार है।