ऋषिकेश। उत्तराखंड में बार-बार मौसम अपना रंग बदल रहा है। पर्यावरण प्रदूषण की वजह से स्थिति और अधिक भयावह दिखने लगी है। लोगों को सुबह नौ बजे तक सर्दी का अहसास और इसके बाद तेज धूप का सामना करना पड़ रहा है। मौसम के इस उतार चढ़ाव का असर स्वास्थ्य पर भी साफ दिख रहा है। खांसी, बुखार, सांस आदि के मरीजों में खासा इजाफा नजर हो रहा है।
लगातार बढ़ते प्रदूषण से आम जन ही नहीं, बल्कि मौसम भी बीमार हो रहा है। आधी रात के बाद अचानक सर्दी हो जाना, सुबह नौ बजे के बाद तेज धूप से मई-जून के महीने जैसी स्थिति बनने का कारण प्रदूषण ही है। इस प्रदूषण से ही मौसम में बदलाव हो रहा है। इस समय मौसम के बदलाव से हवा में संक्रमण फैल रहा है। इसकी चपेट में आकर लोग बीमार हो रहे हैं। बुखार, खांसी, सांस की बीमारियों लोग पीड़ित हो रहे हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो मौसम के उतार चढ़ाव के कारण एडिनो, राइनो वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। हवा में इसका फैलाव हो रहा है। सांस के रोगी जल्द इसकी चपेट में आ जाते हैं। इस समय सबसे अधिक ब्राउंसोलाइटस वायरल का संक्रमण है। यह बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। इससे बच्चों में बुखार आना, खांसी, सांस तेज चलना आदि की समस्या हो जाती है। निर्मल आश्रम अस्पताल के फिजिशियन डॉ. अमित अग्रवाल के अनुसार इस मौसम में सावधानी रखना बहुत जरूरी है। बुखार, खांसी, सांस आदि की समस्या पर घर में आराम करें, बाहर जाना ही पड़े तो मुंह पर रुमाल आदि रखें ताकि संक्रमण न हो।