उत्तराखंड में कांग्रेस प्रचार की कमान संभालेंगे प्रशांत किशोर

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2014 आम चुनावों में बीजेपी और खासतौर पर नरेंद्र मोदी की सफलता के प्रमुख रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर अब 2017 उत्तराखंड चुनावों में हरीश रावत और कांग्रेस पार्टी की नैया पार लगा सकते हैं। कांग्रेस पार्टी पहले ही उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनावों के लिये प्रशांत किशोर की सेवाऐं ले रही है। ऐसे में सूत्रों के मुताबिक अब पार्टी किशोर की टीम की मदद उत्तराखंड में भी पार्टी के लिये जीत की रणनीति बनाने के लिये ले रही है।

प्रशांत किशोर शुरू से ही चुनाव से जुड़ी प्रक्रियाओं में हिस्सा ले रहे हैं। विधानसभा चुनावों के लिये उम्मीदवारों के चयन में भी किशोर की खासी भूमिका बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर संभावित उम्मीदवारों को जीतने की कूबत रखने की तर्ज़ पर परख रहे हैं। पार्टी उम्मीदवारों के तय होने के बाद किशोर और उनकी टीम प्रचार के तरीकों और माध्यमों पर भी कैंपेन कमेटी और उम्मीदवारों के साथ मिलकर काम करेंगे। इस मामले पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि “हां प्रशांत किशोर उत्तराकंड में भी कांग्रेस के चुनाव प्रचार को देखेंगे और उनके आने से हमारे प्रचार को और धार ही मिलेगी। प्रदेश कांग्रेस पार्टी और नेताओं का उन्हें पूरा समर्थन मिलेगा”

हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनावों में भी नितीश कुमार को जीत दिलाने में प्रशांत किशोर और उनकी टीम ने अहं भूमिका निभाई थी। और इसके लिये उन्हें मोटी फीस भी दी गई थी। और तो और बिहार सरकार ने तो चुनावों में जीत के बाद प्रशांत किशोर को सरकार में सलाहकार के रूप में भी नियुक्त कर दिया है। हांलाकि कांग्रेस के रणनीतिकार का काम हाथ में लेते ही प्रशांत किशोर को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चाहे वो उत्तर प्रदेश में नेताओं को लेकर उनके काम करने के तरीके हो या फिर पंजाब में कांग्रेसी सीएम उम्मीदवार कैप्टन अमरिंदर सिंह से उनका सीधा टकराव। प्रशांत किशोर के काम करने के तरीकों से दोनो ही प्रदेशों के नेता लगातार पार्टी आलाकमान से अपनी नाराज़गी दर्ज कराते रहे हैं। लेकिन लोकसभा चुनावों में करारी हार और उसके बाद देशभर में लगातार कम होते अपने जनाधार को वापस पाने के लिये शायद कांग्रेस आलाकामान प्रशांत किशोर को मौका देने को तैयार है। शायद इसिलिये उत्तराखंड में भी उन्हें हाथ का साथ मिल रहा है। अब ये हाथ का साथ जीत का सफर तय कर पाता है या नहीं ये तो 11 मार्च को ही पता चल पायेगा।