हरिद्वार, रोजेदार अरब देशों की बेहतरीन लजीज खजूरों से अपनी इफ्तारी करते हैं। उपनगरी ज्वालापुर के विभिन्न बाजारों में ईरान, सऊदी अरब, दुबई से आ रही खजूरों की बिक्री जमकर हो रही है। मध्यम वर्ग के लोगों के खर्चे से बाहर खजूर के दाम 1400 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। दुकानों पर अजवा, कलमी, बराली, रसगुल्ला, अलनूर, आलिया आदि किस्म की खजूरें रोजदारों के लिए दुकानों पर उपलब्ध हैं। मध्यम वर्ग के लोग तीन सौ रुपए किलो वाली रसगुल्ला खजूरें खरीद रहे हैं, जबकि उच्च आय वर्ग के लोग 1400 रुपए किलो वाली अजवा खजूर को भी अपने दस्तरखान पर रख कर रोजा इफ्तारी कर रहे हैं।
पैगम्बर मौहम्मद साहब की सुन्नतों पर चलते हुए रोजेदार खजूर से अपना रोजा इफ्तार करना बेहद पसंद करते हैं। इन्हीं कारणों से बाहरी देशों से आने वाली खजूरों के दाम माह-ए-रमजान में बढ़ जाते हैं। खजूर व्यवसायी अनवर खान ने बताया कि बीस वर्षों से लगातार खजूर बेचने का काम करता चला आ रहा हूं। रोजेदार अपने रोजे को खजूर से खोलना बेहद पसंद करता है। 1400 रुपए किलो तक अजवा खजूर रोजेदारों के लिए दुबई, ईरान, सऊदी अरब आदि मुल्कों से प्रतिवर्ष मंगाई जाती है।
अनवर खान ने कहा कि, “महंगाई के इस दौर में इफ्तारी भी महंगी हो चली है। फलों के साथ साथ अन्य शीतल पेय पदार्थों के दाम भी बेहताशा बढ़े हुए हैं लेकिन रोजेदार सुन्नतों पर अमल करते हुए अपने लिए बेहतरीन से बेहतरीन फल, खजूर, शीतलपेय पदार्थ, फलों की चाट अपनी इफ्तारी के दस्तरखान में रखना पसंद करता है। खुदा की रजा के लिए पैगम्बर मौहम्मद साहब की सुन्नतों पर अमल करते हुए रोजेदार इस्लाम की खूबियों को बढ़चढ़ कर माह-ए-रमजान में दर्शाने का प्रयास करता है।”