गणतंत्र दिवस पर संपूर्णानंद शिविर जेल से 16 वर्ष बाद रिहा हुआ कैदी

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उधमसिंहनगर, गणतंत्र दिवस के मौके पर सितारगंज में स्थित एशिया की एकमात्र खुली जेल संपूर्णानंद शिविर जेल से गणतंत्र दिवस पर 302 की सजा भोग रहे रंजन सरकार को जेल और जिला प्रशासन की संतुष्टि के बाद राज्यपाल ने हरी झंडी दिखाई थी।

गणतंत्र दिवस पर एशिया की एकमात्र खुली जेल संपूर्णानंद शिविर जेल से सजा काट रहे रंजन सरकार 16 अगस्त को 4:00 बजे रिहा हो गए हैं। जानकारी के अनुसार 58 वर्षीय, रंजन सरकार, पुत्र तरंग सरकार, निवासी रुद्रपुर जिला उधमसिंह नगर वर्ष 2002 में धारा 302 में सजा काट रहे थे। 4 सितम्बर 2004 को न्यायालय अवर सत्र न्यायाधीश/ त्वरित न्यायाधीश उधमसिंह नगर को आजीवन कारावास सजा से दंडित किया गया था। रंजन सरकार 16 वर्ष 3 माह 25 दिन की सजा काट चुके है। जिला प्रशासन और कारागार प्रशासन की संस्तुति पर बंदी को उत्तराखंड राज्यपाल ने किसी अन्य बाद में वंचित ना होने पर गणतंत्र दिवस पर तत्काल रिहा करने के आदेश दिए थे।

वहीं दूसरी तरफ सुबह से ही जेल के बाहर इंतजार कर रहे रंजन सिंह के परिजनों ने जेल से रिहा होने के बाद रंजन सिंह के बच्चों द्वारा पैर छूकर आशीर्वाद लिया गया। उसके बाद परिजनों ने मिठाई खिलाकर रंजन सरकार का स्वागत किया। उनका कहना है  कि, “बीमार पड़ने से और बीपी हाई होने से तीन बार मौत के मुंह से बाहर निकले हैं ।रिहा होकर अब कामकाज करेंगे।”

रंजन सरकार परिजनों ने बताया कि, “जेल से रिहा होने के पर जन्म दोबारा मिला है और उनके परिजनों ने अपील की है कि क्षेत्र और देश का कोई भी व्यक्ति जुर्म ना करें ताकि उसे यह दिन देखने को मिले।”