पिथौरागढ़: चीन सीमा तक सड़क निर्माण में हो रही देरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने 27 किलोमीटर सड़क निर्माण का दायित्व सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) से वापस लेकर निजी कंपनी एबीसीआइ को सौंप दिया है। कंपनी को दो वर्ष के भीतर सड़क तैयार करने का दायित्व सौंपा गया है।
उत्तराखंड से लगी चीन सीमा तक 66 किमी लंबी सड़क निर्माण का कार्य 2007 में स्वीकृत हुआ था। 2009 में इसका कार्य शुरू हुआ। 2012 तक सड़क निर्माण पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन आठ वर्षों में मात्र 20 किमी सड़क बन पाई है। सड़क निर्माण की धीमी गति को देखते हुए केंद्र ने पिथौरागढ़ के तिलमधार से बुगडियार तक 27 किलोमीटर सड़क निर्माण का जिम्मा सीमा सड़क संगठन से वापस लेकर निजी कंपनी एबीसीआई को सौंप दिया है। कंपनी 2019 तक इस काम को पूरा करेगी। शेष 19 किमी सड़क निर्माण का कार्य सीमा सड़क संगठन करता रहेगा।
गुरुवार को आइटीबीपी के बरेली रेंज के डीआइजी एपीएस निंबाडिया ने कंपनी के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने सड़क को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कंपनी निर्धारित समय पर कार्य पूरा करें। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण की मॉनिटरिंग अब आइटीबीपी खुद करेगी। आइटीबीपी के अधिकारी हर सप्ताह क्षेत्र में आकर निर्माण कार्य की समीक्षा करेंगे