यूकेएसएसएसससी पेपर लीक मामले के आरोपितों पर सरकार और नकेल कसने वाली है। इन आरोपितों की चल-अचल संपत्ति सरकार जब्त कर सकती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के निर्देश सभी प्रशासनिक अधिकारियों को दिये हैं। मुख्यमंत्री के इस निर्देश पर उत्तराखंड पुलिस ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पिछले दिनों एसटीएफ को नकल माफियाओं पर नकेल कसने और अपराधियों द्वारा इससे अर्जित अवैध संपत्ति पर एक्शन लेने के लिए आदेशित किया था।
पुलिस महानिदेशक के इन निर्देशों के मद्देनजर एसटीएफ उत्तराखंड की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए, आज रायपुर थाना में 21 अभियुक्त पर गैंगस्टर अधिनियम में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज होने से अभियुक्तों की अवैध चल-अचल संपत्ति को जब्त करने की विधिवत कार्यवाही शीघ्र शुरू हो जाएगी।
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामला हुई 34वीं गिरफ्तारी
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में शामिल लोगों की एसटीएफ लगातार धरपकड़ कर रही है। आज इस मामले में शामिल एक अन्य आरोपित की गिरफ्तारी हुई है। इस तरह अब तक एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में 34वीं गिरफ्तारी की है।
उत्तराखंड एसटीएफ को उत्तर प्रदेश के नकल माफिया के एक अन्य अहम साथी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। एसटीएफ अधिकारी के मुताबिक पुख्ता साक्ष्य और टेक्निकल एविडेंस के आधार पर अभियुक्त संपन्न राव को लखनऊ के गोमतीनगर गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का निवासी है। वह नकल सरगना सादिक मूसा का साथी है।
अभियुक्त संपन्न अन्य अभियुक्त के साथ परीक्षा से पहले हरद्वानी में आकर रुकने और पेपर लीक करने में इसकी अहम भूमिका पाई गई है। एसटीएफ को अभियुक्त संपन्न से परीक्षा लीक प्रकरण से प्राप्त 3.80 लाख रुपए भी बरामद हुए हैं।
एसटीएफ को इससे पहले गिरफ्तार एक अन्य अभियुक्त विपिन बिहारी के लखनऊ स्थित घर से 6 लाख रुपये मिले थे। इस प्रकार एसटीएफ को अब तक गिरफ्तार अभियुक्तों से कुल 92 लाख कैश मिले हैं। साथ ही इन लोगों के करोड़ों की अवैध संपत्ति का भी पता लगा है। इनके दर्जनों बैंक अकाउंट को फ्रीज किया गया है।