देहरादून, केंद्र सरकार के द्वारा लाये गए नागरिक संशोधन बिल का विरोध देश के कई हिस्सों में जारी है कई जगह यह प्रदर्शन हिंसात्मक भी हो रहा है वहीं रविवार को देहरादून कि सड़को पर हजारों मुस्लिम समुदाय के लोगों का हजूम इस बिल के विरोध में देखने को मिला। बिल के विरोध में मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने शहर में प्रदर्शन किया व कहना है कि ये काला कानून है, जो उन पर थोपा जा रहा है, जो संविधान के खिलाफ है। साथ ही समुदाय का कहना है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और इसमें एसा कानून लाना गलत है।
नागरिक संशोधन बिल पर जहाँ पूरे देश मे बहस छिड़ी हुई है, साथ ही देश के कई राज्यो में इसके खिलाफ हिसात्मक प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके चलते कर्फ्यू कर हालात बने हुए हैं। वही अमूमन शांत रहने वाले प्रदेश उत्तराखंड में भी मुस्लिम समुदाय के सैकड़ो लोग आज इस बिल के विरोध में सड़कों पर उतरे।
लगभग 10 हजार की सँख्या में आज मुस्लिम समुदाय के लोग केंद्र सरकार की इस नीति के खिलाफ सड़क पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यहाँ सभी धर्मो को एकरूपता होनी चाहिए। समुदाई के लोगों ने केंद्र सरकार को कहा कि, “अगर बिल को सरकार वापस नही लाती है तो उनका प्रदर्शन देहरादून से शुरू होकर दिल्ली जंतर-मन्तर तक देखने को मिलेग।“
वहीं फैज़ल कुरेशी मुस्लिम स्कॉलर का कहना है कि, “कानून विकास के लिए बनता है और इस कानून से मुसलमान समुदाय के लोगों से भेदभाव किया जा रहा है।”
प्रदर्शन कारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा, जिसमे राष्ट्रपति से बिल वापस लेने का अनुरोध किया गया है।