नई दिल्ली, सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद प्रमुख चाय निर्यातकों ने कहा कि वे सरकार के साथ हैं| उनके लिए व्यापार का मुद्दा गौण हो गया है, क्योंकि देश पहले है| कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा वापस ले लिया है|
सरकार के इस कदम से पाकिस्तान से आने वाली वस्तुओं पर अब कस्टम ड्यूटी बढ़ाई जा सकेगी| इसका सीधा असर कारोबार पर पड़ेगा|
इंडिया टी एक्सपोर्ट्स एसोसिएशन (आईटीईए) के चेयरमैन कहा कि हम अब पाकिस्तान के साथ कारोबार के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं| अभी हम सरकार के साथ मजबूती से खड़े हैं और सरकार की कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं| पाकिस्तान को चाय का निर्यात करने वाले एक और कारोबारी ने कहा कि अब हमें व्यापार की परवाह नहीं, क्योंकि हमारे लिए कारोबार बाद में है देश पहले|
पाकिस्तान के साथ होता है 18 हजार करोड़ का कारोबार
भारत और पाकिस्तान के बीच मुख्य रूप से फल, सीमेंट, पेट्रोलियम उत्पाद, खनिज संसाधन, लौह अयस्क व तैयार चमड़ा, चाय और चीनी आदि का कारोबार होता है| हालांकि पाकिस्तान ने भारत के इस कदम पर अपनी प्रक्रिया देते हुए कहा कि वह कोई भी फैसला भावनात्मक तरीके से नहीं लेंगे| गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सालाना करीब 18 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है|