नैनीताल में रातभर हुई भारी ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश के चलते शनिवार को सुबह 8 बजे के नियत समय पर झील का जल स्तर नहीं मापा जा सका। लेकिन सुबह 9 बजे झील का जल स्तर मापने पर अंग्रेजों के जमाने से तय पैमाने पर रिकार्ड 6 फिट दर्ज किया गया जो शुक्रवार की अपेक्षा 01 इंच अधिक था। बारिश और बिजली गिरने से मोबाइल नेटवर्क में भी समस्या से लोग परेशान रहे।
झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश गैड़ा ने बताया कि इस वर्ष अच्छी शीतकालीन वर्षा से नैनीताल की झील के जलस्तर ने 11 वर्ष पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। इससे पहले नैनीझील का जल स्तर 2009 में भी 6 फिट तक पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष आज की तिथि में झील का जल स्तर 5 फिट ढाई इंच था, जबकि 2016 व 2017 में शून्य से नीचे था। गैड़ा ने बताया कि यदि इसी तरह पानी की रोस्टिंग जारी रही तो इस वर्ष गर्मियों में पानी की समस्या नहीं आएगी और मई-जून माह में भी झील का जल स्तर न्यूनतम ढाई-तीन फिट तक रह सकता हैं और आगे कई वर्षों के बाद झील के लबालब भरने और इसका पानी पानी बाहर निकालकर झील के ‘रिचार्ज’ होने की उम्मीद भी की जा सकती है।
शुक्रवार की रात ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने से बीएसएनएल के टावरों पर लगे उपकरणों को काफी नुकसान पहुंचा है। इससे नगर में बीएसएनएल की वायरलेस इंटरनेट ब्रॉडबैंड सुविधा ध्वस्त रही। अन्य कंपनियों के सिग्नल भी नहीं आ रहे थे। अपराह्न में बमुश्किल मुख्य टेलीफोन एक्सचेंजों से तीन टावरों के संयोजनोंं को वैकल्पिक तरीके से चलाकर धीमी गति की इंटरनेट सुविधा बहाल की गई। सात नंबर स्थित सहित अन्य टावर अब भी काम नहीं कर रहे हैं।