उत्तराखंड में बारिश का कहर, राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 239 सड़कें बाधित, 18 अगस्त तक अलर्ट

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    अतिवृष्टि
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    उत्तराखंड में हो रही मूसलाधार बरसात से जनजीवन बुरी अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य की गंगा,अलकनंदा सहित अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मैदानी क्षेत्रों में जहां जलभराव से लोग परेशान हैं वहीं पर्वतीय जनपदों में जगह-जगह भूस्खलन से रास्ते बंद होने से लोग फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोर्चा संभालते हुए सभी राहत और बचाव दलों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम को देखते हुए आगामी दो दिनों के लिए चारधाम यात्रा रोक दी गई है।

    एसडीआरएफ,एनडीआरएफ और पुलिस-प्रसाशन की टीमें राहत और बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। प्रदेश में 18 अगस्त के लिए गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश को लेकर रेड, आरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में 05 राष्ट्रीय और 02 बॉर्डर सहित लगभग 239 अन्य सड़कें बाधित हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है।

    केदारनाथ में लिंचोली क्षेत्र अंतर्गत आज प्रातः अतिवृष्टि होने के कारण खाली कैंप से पहाड़ी की तरफ गदेरे में नेपाली बसावट में मलबा आने से 27 वर्षीय कपिल बहादुर पुत्र कालू बहादुर मूल निवासी कैलाली आंचल शेती,नेपाल की मलबे में दब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। वह अपने बच्चों और पत्नी के साथ अस्थाई टेंट में सोया हुआ था। बाकी सभी परिजन सुरक्षित पाए गए। मृतक के शव को उसके परिजनों के समक्ष आवश्यक कार्रवाई को थाना सोनप्रयाग भिजवाया जा रहा है।

    पौड़ी जिले के तहसील- जाखणीखाल प्रातः 3 बजे भारी बारिश के कारण ग्राम-जोग्याणा मोहन चट्टी तहसील-जाखणीखाल के समीप भूस्खलन होने के कारण “नाइट लाइफ पैराडाइज कैम्प” में मलबा आने से 5 लोग दब गये हैं। एक लड़की जिसे सुरक्षित निकाल लिया गया है। एसडीआरएफ और राजस्व टीम अन्य के खाेजबीन के लिए सर्च अभियान चला रही है।

    उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र के टिकोची के दुचाणु गांव से नुकसान के अलावा दुचाणु क्षेत्र के में भारी बारिश से भूमि देवी (55) नाले में बह गई है और दो लोग घायल हो गये। इस हादसे में 10 बकरियां और दो गायें भी बह गई हैं। टिहरी जिले के शिवपुरी रेलवे टनल में मलबा आने जाने से 114 फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।

    जनपद रुद्रप्रयाग के रतूड़ा में दो व्यक्तियों के नवनिर्मित रेलवे टनल में फंसने की सूचना पर एसडीआरएफ अन्य राहत और बचाव टीमों ने पवन कुमार गुप्ता, निवासी झारखंड व रंजय कुमार मिश्रा, निवासी, बिहार को सकुशल रेस्क्यू कर लिया। चमोली जिले में तहसील जोशीमठ पिपलकोटी में मलबा आने से एक व्यक्ति लापता है। गाेपेश्वर के घिंघराण क्षेत्र में मलबा आने से 04 लोगों के गौशाला के मलबे में दबे होने की सूचना है।

    आपदा सचिव डॉ.रंजीत कुमार सिन्हा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अतिवृष्टि के कारण नदी-नालों और कटाव, भू-स्खलन के कारण यातायात बाधित हुआ है। आगामी दिनों में राज्य में चार धाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को अनेक कठिनाइयों को देखते हुए 14 व 15 अगस्त तक चारधाम यात्रा पर रोक लगाई गई है।

    राज्य आपदा परिचालन केंद्र की ओर से चार जिले हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी और देहरादून जिले के जिलाधिकारियों को नदियों के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए सतर्क और चौकन्ना रहने को कहा गया है। प्रदेश में अलकनंदा, मंदाकिनी नदी (रुद्रप्रयाग), अलकनंदा नदी (श्रीनगर) गंगा नदी (देवप्रयाग) का जल स्तर खतरे के स्तर से ऊपर प्रवाहित हो रहा है। सौंग नदी देहरादून का जल स्तर अधिकतम बाढ़ स्तर से भी ऊपर प्रवाहित हो रहा है। साथ ही प्रत्येक घंटे की सूचना राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र,देहरादून को जानकारी देने को कहा गया है।

    देर रात से हो रही बरसात राज्य में कहर बन रही है। बारिश से पौड़ी, चमोली, उत्तकराशी में ज्यादा नुकसान की खबर है। देहरादून, हरिद्वार सहित अन्य स्थानों पर कई क्षेत्र जलमग्न है। राजधानी के मालदेवता में आपदा आई है। घरों में मलबा घुस गया है। कहीं पर बिल्डिंग गिरी है तो कहीं पार्किंग में खड़ी कारें जलमग्न हो गई हैं। यहां दून डिफेंस कॉलेज की बिल्डिंग जमीदोज़ हुई है।

    सोमवार दोपहर तक राज्य भर में रुक-रुक बारिश हो रही है। दोपहर 12 बजे के करीब देहरादून में मौसम हल्का खुला और कुछ क्षण के लिए सूर्यदेव दर्शन दिये फिर बादलों के ओट में छिप गये। जिलाधिकारी सोनिका ने सुबह से ही डांडी भोगपुर में भोगपुर पुल, शेरगढ़ माजरी माफी विकासखंड डोईवाला में जाखड़ नदी से हुए भू-कटाव,अडाणी प्लाट रायवाला सहित अन्य जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रही हैं। जिलाधिकारी के साथ स्थानीय विधायक रायपुर उमेश शर्मा ने सौंग नदी पुल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए मकान और भवनों में जलभराव की स्थिति में लोगों को वहा से सुरक्षित स्थान पंचायत घर एवं स्कूल में शिफ्ट करने के दिए निर्देश दिए।

    मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में देहरादून, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल जिले के लिए गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा के तीव्र से अति तीव्र दौर को लेकर रेड अलर्ट और चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर, हरिद्वार के लिए आरेंज और उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग,पिथौरागढ़,बागेश्वर,अल्मोड़ा के लिए येलो अलर्ट जारी है। प्रदेश में 15 अगस्त को देहरादून, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल जिले के लिए आरेंज के अलावा लेकर 18 अगस्त तक के लिए राज्य भर में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं तीव्र से अति तीव्र दौर को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।

    प्रदेश भर में 05 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित पिथौरागढ़ जिले में दो बॉर्डर और 22 राज्य मार्ग सहित लगभग 239 अन्य मार्ग बारिश और भूस्खलन से बंद है। इन अवरुद्ध मार्गों को संबंधित विभाग की ओर से खोला जा रहा है। ऋषिकेश-चम्बा-धरासू राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएव-94) कुंजापुरी के समीप मलबा आने के कारण यातायात से अवरुद्ध है। ऋषिकेश देवप्रयाग-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 07 (एनएव-58) तोताघाटी, कोडियाला, तोताघाटी, व्यासी व शिवपुरी के पास बाधित है। मसूरी-धनोल्टी, टिहरी राष्ट्रीय राज मार्ग 707ए-स्थान सुवाखोली के पास अवरुद्ध है।

    रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएव-107) सिल्ली एवं बांसवाड़ा में मलबा आने से अवरुद्ध है। गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग यातायात हेतु सुचारु है। चमोली जिले में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएव-58) बेनाकुली, पागलनाला, गुलाबकोटी, पाखी, गडोरा, पीपलकोटी, छिनका, बाजपुर, नन्दप्रयाग, मायापुर में मार्ग अवरुद्ध है। जोशीमठ- मलारी बॉर्डर मोटर मार्ग यातायात हेतु सुचारु है। पीपलकोटी क्षेत्रान्तर्गत कई स्थानों पर पेयजल लाइन और गोपेश्वर नगर क्षेत्रान्तर्गत अमृत गंगा पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त है। उक्त क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था सुचारु करने की कार्रवाई गतिमान है।