टिहरी जनपद के थत्यूड़, देहरादून जनपद के कालसी और चकराता, उतरकाशी जनपद के नौगांव, पुरोला व मोरी विकास खण्डो को जोड़कर एक बड़े कलस्टर का परिचय कराती है। इसी रंवाई घाटी के मध्यस्थल, नौगांव विकासखण्ड मुख्यालय है। जहां पर आगामी 13 अगस्त, 2017 को एक दिवसीय ‘रंवाई लोक महोत्सव’ का आयोजन किया जा रहा हैं ।
इस दौरान तीन प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होंगे: –
पहला सम्मान समारोह, दूसरा स्थानीय लोक संस्कृति व साहित्य समाज को लेकर विद्वानजनो के साथ स्थानीय लोगों की चर्चा एवं दस्तावेजीकरण, तीसरा बीट् आॅफ यमुना वैली एक वृहद कल्चरल कार्यक्रम होगा जिसमें कम से सम 45 लोक कलाकार एकसाथ स्टेज पर प्रस्तुति देंगे।
कार्यक्रम के विषेष आकर्षण:
डेढ घंटे का कवि सम्मेलन होगा, जिसमें स्थानीय लोक भाषा पर लिखने वाले कवियों को आमन्त्रित किया गया है। इस कवि सम्मेलन में रवांई-जौनपुरी, जौनसारी-बंगाणी कविताओं के विभिन्न कवियों द्वारा प्रस्तुतिकरण होगा।
डेढ घंटे की एक विशेष चर्चा आमन्त्रित की गयी है जिसमें राज्य के प्रतिष्ठित लोक साहित्यकार भाग ले रहे हैं। इस दौरान रवांई-जौनपुर, जौनसार-बाबर, बंगाण, मोरी क्षेत्र, पर्वत की लोक संस्कृति व लोक साहित्य पर चर्चा व दस्तावेजीकरण होगा।
बीट्स आॅफ यमुना वैली: नाम से एक वृहद सांस्कृतिक समागम का आयोजन होगा। जिसमें 45 लोक कलाकार एक साथ मंच पर प्रस्तुति देंगे। इस प्रकार की प्रस्तुति पहली बार होने जा रही है। लोक संस्कृति को एक बड़े मंच पर लाने के लिए और लोक कलाकारो को मंच उपलब्ध करवाने एवं लोक कला को व्यवसाय के रूप में कैसे विकसित करें इस हेतु इस प्रस्तुति की विशेष तैयारी की गयी है। इस दौरान पहाड़ी वाद्य यंत्रों के साथ गीत-संगीत की अद्भुत जुगलबंदी होगी। जिसमें क्रमशरू – शंक, भाणू (घंटी), रणसिंघे दो, ढोल दो, नगाड़े दो, की-बोर्ड, पैड, ढोलक, तबला, मुरली, हुड़का, हारमोनिय, मशकबीन दो, अलगुजा, डौंर इत्यादि 19 लोक बाध्यान्त्र प्रस्तुत होंगे।