देहरादून। दून विश्वविद्यालय के प्रबंध शास्त्र विभाग द्वारा ‘विजन इंडिया’ विषय पर एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में विशेषज्ञों ने विषय से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार रखे। इस दौरान वक्ताओं के विचारों में भी विजन इंडिया की झलक दिखाई दी।
विश्वविद्यालय के प्रबन्ध शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी ‘विजन इंडिया’ का शुभारंभ मुख्य अतिथि टिहरी गढ़वाल से सांसद एवं मुख्य अतिथि महारानी राज्य लक्ष्मी शाह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने विषय को छात्रों के लिए न्यू इंडिया को समझने में सहायक बताया। इस दौरान छात्रों को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता और इंडिया फाउंडेशन सस्था के निदेशक शोर्य डोभाल ने कहा 2022 में हमें आजादी के 75 वर्ष हो जाएंगे और 2047 में हम आजादी के 100वें वर्ष में प्रवेश करेंगे। ऐसे में देश निर्माण का पर्याय आज के न्यू इंडिया विजन पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि मेरे विचार से न्यू इंडिया का विजन मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर केन्द्रित होना चाहिए, जिनमें सुरक्षित भारत का निर्माण जैसे आंतरिक सुरक्षा, महिला सुरक्षा, नागरिक सुरक्षा व सीमाओं की सुरक्षा सम्मिलित है। और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए हमने आजादी के बाद से ही सैन्य शक्ति बढ़ाने का काम किया। आज भारत परमाणु सम्पन्न राष्ट्रों में शामिल है। हमारी सैन्य शक्ति विश्व में दूसरे स्थान पर है। डोभाल ने कहा कि न्यू इंडिया का दूसरा मंत्र आर्थिक रूप से समृद्व एंव सम्पन्न भारत का निर्माण है। उन्होंने आजादी से अब तक के 70 वर्षों की आर्थिक विकास यात्रा और बढ़ते सकल घरेलू उत्पाद पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि शीध्र ही भारत 05 खरब डाॅलर वाली अर्थव्यवस्था वाला सशक्त राष्ट्र हो जायेगा। विश्व में 16 ही राष्ट्र ऐसे हैं, जिनकी अर्थव्यवस्था 01 खरब डाॅलर से अधिक है। उन्होंन बढ़ती अर्थव्यवस्था के मुख्य कारकों में वर्तमान केन्द्र सरकार की जन-घन योजना, मुद्रा योजना, स्टार्ट अप योजना, प्रधानमंत्री बीमा योजना, कृषि बीमा योजना एवं डिजिटल इंडिया जैसे महत्वपूर्ण कदमों को बताया।
डोभाल ने कहा कि न्यू इंडिया का तीसरा मंत्र निष्पक्ष भारत का निर्माण करना होगा जिसमें बिना भेदभाव के सभी नागरिकों को समान अवसर उपलब्ध हों और युवाओं की रोजगार सृजन की शक्ति बढ़ सके। श्री डोभाल ने छात्रों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु अर्थव्यवस्था को और तेज गति से बढ़ाना होगा ओर उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत जैसे महत्वकांक्षी कार्य तभी सम्पन्न होंगे जब अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। श्री डोभाल ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा एंव अर्थव्यवस्था दोंनो को ही सुदृढ करने के लिये इन्फोरमेशन टैक्नोलोजी के उपयोग पर आधारित होगा।
टिहरी गढ़वाल से सांसद एवं मुख्य अतिथि महारानी राज्य लक्ष्मी शाह ने नारी सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि आज महिलाएं पुरूषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं बल्कि अग्रणी हैं। उन्होंने कहा कि आज का युग प्रतियोगिता का युग है जिसमें नारी एवं पुरूष दोनों को समान अवसर प्राप्त हैं। इस अवसर पर श्री मृणाल डोभाल एवं श्री अजेन्द्र अजय न विशिष्ठ अतिथि के रूप मे कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सीएस नौटियाल ने सभी अतिथियों को स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के विकास में अपनी प्राथमिकताएं साझा की। धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एससी पुरोहित ने दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रबन्धशास्त्र विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. रीना सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. हर्ष डोभाल, डाॅ. आशीष सिन्हा, डाॅ. सुधांसु जोशी, डाॅ. प्राची पाठक, मुकेश देवराड़ी, डाॅ. मधु विष्ट, रमनप्रीत व अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।