फायर सीजन में तेजी से बढ़ रहे तापमान का असर वनाग्नि पर भी दिखने लगा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश भर के 22 स्थानों पर आग की घटनाएं देखने को मिली है। इनमें करीब 20.62 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। अब तक प्रदेश में 171 वनाग्नि की घटनाएं हुई हैं।
मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने बताया कि मौसम में आए बदलाव के बाद वनाग्नि की घटनाओं इजाफा हुआ है। वनाग्नि रोकथाम के लिए सभी प्रभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सोमवार को प्रदेशभर में 22 स्थानों पर जंगल में आग लगने की घटनाएं दर्ज की गईं। इनमें से गढ़वाल में 04, कुमाऊं 15 के अलावा वन्य जीव में 03 घटनाएं हुई है। करीब 20.62 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभवित हुआ है। जिससे 39500 रुपये का आर्थिक नुकसान पहुंचा है।
अब तक नवंबर 2022 से लेकर 17 अप्रैल कुल 178 स्थानों पर आग की घटनाएं हुई है। इनमें 243.32 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुए। प्रदेश में जंगल की आग में अब तक दो लोगों के मारे जाने और एक व्यक्ति के झुलस कर घायल होने की घटना दर्ज की गई है।