एक ओर जहाँ ऋषिकेश वन क्षेत्र अपनी खूबसूरती के लिए जहाँ जाता है ,वन्य जीवों के संरक्षण की बात की जाती वहीँ दूसरी और प्रशासन द्वारा कुछ कार्य ऐसे किये जाते है जिससे इन जंगली जीवो को नुकसान पहुंचे सकता है।जी हां यह घटना ऋषिकेश देहरादुन हाईवे पर स्थित ऋषिकेश वन क्षेत्र के कॉरिडोर की है जहाँ पर पुलिस द्वारा कई पेटी देशी शराब को जंगल में नष्ट किया गया। जहाँ पर शराब को नष्ट किया गया वह जंगली जानवरों के आने जाने वाला मुख्य मार्ग है।बड़ी बात यह थी की जब पूरी शराब को पुलिस विभाग जंगलात क्षेत्र में नष्ट कर रहा था तब इस जंगल की जिम्मेदारी जिन वनकर्मियों पर है वही जंगलातविभाग के वनकर्मी वहीँ मौजूद था।
जब अधिकारियो से इस बारे में जानकारी मांगी गई तो अधिकारियों की तरफ से कोई स्पष्ट जवाब नही मिल पाया। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि किन कारणों से इन देशी शराब की पेटियों को जंगल में नष्ट किया जा रहा था? आखिर ये शराब किस की है और इसे कहा से पकड़ा गया है? क्या विभाग को इसकी जानकारी है भी या नहीं ,जब इन सवालो को ऋषिकेश पुलिस से जानना चाहs तो हर पुलिस कर्मी टालमटोल करता रहा और किसी के पास इसका ठोस जबाब नहीं था।गौरतलब है कि ऋषिकेश का क्षेत्र शराब के उपयोग के लिए प्रतिबंधित है पर यह ड्राई एरिया है ऐसे में वन विभाग और पुलिस की इस तरह की गतिविधि सवाल पैदा करती है।