ऋषिकेश नगर निगम कचरे को बेचकर करेगा कमाई

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नगर निगम ऋषिकेश अब ई-वेस्ट कूड़े से निपटने की योजना तैयार कर रहा है। यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के माध्यम से निगम प्रशासन ऋषिकेश में फैली गंदगी को निस्तारित करने के साथ ही कमाई का माध्यम भी बनाएगा। यह योजना देहरादून के बाद अब ऋषिकेश, हल्द्वानी और हरिद्वार में भी लायी जाएगी। एक सप्ताह में इस योजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
-यूएनडीपी के माध्यम से प्रथम चरण में 40 वार्डों में एक साथ होंगे कार्य शुरू
गुरुवार को गर निगम के सभागार में नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्विरियाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वेस्ट इनफ्लो एंड आउटफ्लो ऑफ स्वच्छता केंद्र के यूनाइटेड नेशन के प्रभजोत सोडी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था देहरादून के बाद ऋषिकेश हल्द्वानी तथा हरिद्वार में कूड़ा निस्तारण को लेकर कार्य करने जा रही है। प्लास्टिक को सड़कों के निर्माण, गीले कूड़े को खाद,सूखे कूड़े को अनेक कार्य में उपयोग किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत अभी तक हजारों लोगों को कार्य भी मिला है। सामान लाने के लिए कपड़े के थैले उपलब्ध कराए जाएंगे।
सोडी ने बताया कि अभी वह देश के 30 शहरों में इस कार्य को कर रहे हैं। प्रथम चरण में वे ऋषिकेश नगर निगम के 40 वार्डों में एक साथ कार्य प्रारंभ करेंगे। इस योजना का प्रारंभ एक सप्ताह के अंदर प्लास्टिक लाओ, थैला पाओ योजना से शुरू किया जाएगा। नगर निगम आयुक्त नरेंद्र सिंह ने बताया कि जो अभी तक वेडिंग प्वाइंट चल रहे हैं। उनको कूड़े को लेकर शीघ्र ही नोटिस भी जारी करेगा।
बैठक में यूएनडीपी के विकास ,महिंद्र सिंह रौतेला सलाहकार, रोहित मस्करा प्रोजेक्ट प्रबंधक महेंद्र सिंह, एचडीएफसी बैंक ब्रांच के प्रबंधक राजीव शर्मा, गजेंद्र दीक्षित, आकाश इंटरप्राइजेज के गिरीश चंद, नीरज अरोड़ा ,आकांक्षा इंटरप्राइजेज के अनिल कुमार त्रिपाठी सहित अन्य उपस्थित रहे।