ऋषिकेश, एशियन डेवलपमेंट बैंक और केईआईटीआई के ज्वाइंट प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम में कार्यशाला आयोजित की गई। मंगलवार को नगर निगम के सभागार में आयोजित कार्यशाला में शहरी विकास निदेशालय के संयुक्त निदेशक कमलेश मेहता और अधीक्षण अभियंता रवि पांडे ने योजना के बारे में जानकारी दी। नगर निगम की महापाैर अनीता ममगाई ने कहा कि ऋषिकेश को खुले में कचरा मुक्त बनाने का हमने संकल्प लिया है। 2020 तक इस संकल्प को पूर्ण करना है।
कमलेश ने बताया कि ऋषिकेश को कूड़ा मुक्त करने के लिए धरातल पर काम होना जरूरी है। इसके लिए वित्त से अधिक जन जागरूकता और जन सहयोग जरूरी है। इस प्रोजेक्ट में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को ही फोकस किया गया है। यह तीसरी कार्यशाला है। संयुक्त निदेशक ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में नगर निगम ऋषिकेश के अतिरिक्त नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती डोईवाला नरेंद्र नगर और नगर पंचायत स्वर्ग आश्रम को शामिल किया गया है। इस योजना में 41.27 करोड़ रुपये मंजूर हुआ है।
नगर निगम की महापौर अनीता ने कहा कि ऋषिकेश में सबसे बड़ी समस्या गीले और सूखे कचरे को अलग करने की है। इसके लिए जनता जागरूक नहीं है। एशियन डेवलपमेंट बैंक और सरकार के सहयोग से यह कार्य हम पूरा करेंगे। अधीक्षण अभियंता रवि पांडे ने कहा कि यदि कूड़ा निस्तारण में व्यापारी अथवा अन्य लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं तो निर्धारित शुल्क से 10 गुना अधिक शुल्क उनसे दंडात्मक वसूला जाए।