देश में 19 अप्रैल से एक जून तक सात चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, चार जून को नतीजे

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    चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव कार्यक्रमों की शनिवार को घोषणा कर दी। लोकसभा की 543 सीटों के लिए चुनाव 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में होंगे। मतगणना चार जून को होगी और नतीजे भी उसी दिन दोपहर तक आ जाएंगे।

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने दिल्ली के विज्ञान भवन में पत्रकार वार्ता के दौरान चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की। इसके साथ ही 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता भी प्रभावी हो गई है।

    इस बार 22 राज्यों- अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, दादरा एवं नगर हवेली, दमन दीव, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, केरल, लक्षद्वीप, लद्दाख, मिजोरम, मेघालय, नगालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम, तमिलनाडु, पंजाब, तेलंगाना और उत्तराखंड में एक ही चरण में मतदान होगा। वहीं कर्नाटक, राजस्थान, त्रिपुरा और मणिपुर में दो चरणों, छत्तीसगढ़ और असम में तीन चरणों। ओडिशा, मध्य प्रदेश और झारखंड में चार चरणों। महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में और उत्तर प्रदेश, बिहार एवं पश्चिम बंगाल में सात चरणों में मतदान होगा। मणिपुर की एक सीट पर दो चरणों में मतदान होगा।

    17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को खत्म हो रहा है। देशभर में 543 लोकसभा सीटें हैं। इनमें सामान्य वर्ग के लिए 412, अनुसूचित जाति के लिए 84 और अनुसूचित जनजाति के लिए 47 सीटें आरक्षित हैं।

    प्रथम चरण में 19 अप्रैल को 102 सीटों पर मतदान होगा। इस चरण में अरुणाचल प्रदेश की सभी दो, असम की 5, बिहार की 4, छत्तीसगढ़ की एक, मध्य प्रदेश की 6, महाराष्ट्र की 5, मणिपुर की दो, मेघालय की सभी दो, मिजोरम की एकमात्र, नगालैंड की एक, राजस्थान की 12, सिक्किम की एक, तमिलनाडु की सभी 39, त्रिपुरा की एक, उत्तर प्रदेश की आठ, उत्तराखंड की सभी पांच, पश्चिम बंगाल की तीन, अंडमान निकोबार की एक, जम्मू-कश्मीर की एक, लक्षद्वीप और पुडुचेरी की एक-एक सीट पर मतदान होगा। इस चरण में अधिसूचना 20 मार्च को जारी होगी। नामांकन 27 मार्च तक किए जा सकते हैं। नामांकन पत्रों की जांच 28 मार्च को होगी और 23 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।

    दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 89 सीटों पर मतदान होगा। इस दौरान असम की 5, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की तीन, कर्नाटक की 14, केरल की सभी 20, मध्य प्रदेश की 7, महाराष्ट्र की 8, मणिपुर की एक, राजस्थान की 13, त्रिपुरा की एक, उत्तर प्रदेश की 8, पश्चिम बंगाल की तीन, जम्मू कश्मीर की एक सीट पर मतदान होगा। इस चरण में अधिसूचना 28 मार्च, नामांकन 4 अप्रैल, जांच 5 अप्रैल, नाम वापसी 8 अप्रैल को होगी।

    तीसरे चरण में 7 मई को 94 सीटों पर मतदान होगा। इसमें असम की चार, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 7, गोवा की सभी दो, गुजरात की सभी 26, कर्नाटक की 14, मध्य प्रदेश की 8, महाराष्ट्र की 11, उत्तर प्रदेश की 10, पश्चिम बंगाल की चार, दादरा एवं नगर हवेली और दमन दीव की सभी दो तथा जम्मू कश्मीर की एक-एक सीट पर मतदान होगा। इस चरण में अधिसूचना 12 अप्रैल, नामांकन 19 अप्रैल, जांच 20 अप्रैल, नाम वापसी 22 अप्रैल को होगी।

    चौथे चरण में 13 मई को 96 सीटों पर मतदान होगा। इसमें आंध्र प्रदेश की सभी 25, बिहार की 5, झारखंड की 4, मध्य प्रदेश की 8, महाराष्ट्र की 11, ओडिशा की 4, तेलंगाना की सभी 17, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की 8 और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर मतदान होगा। इस चरण में अधिसूचना 18 अप्रैल, नामांकन 25 अप्रैल, जांच 26 अप्रैल, नाम वापसी 29 अप्रैल को होगी।

    पांचवें चरण में 20 मई को कुल 49 सीटों पर मतदान होगा। इसमें छत्तीसगढ़ की पांच, झारखंड की तीन, महाराष्ट्र की 13, ओडिशा की पांच, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की 7, जम्मू कश्मीर की एक और लद्दाख की एक सीट पर मतदान होगा। 26 अप्रैल को अधिसूचना, नामांकन 3 मई, जांच 4 मई और नाम वापसी 6 मई को होगी।

    छठे चरण में 25 मई को 57 सीटों पर मतदान होगा। इसमें बिहार की 8, हरियाणा की सभी 10, झारखंड की 4, ओडिशा की 6, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की 8 और दिल्ली की सभी सात सीटों पर मतदान होगा। छठे चरण में 29 को अधिसूचना, नामांकन 6 मई, जांच 7 मई, नाम वापसी 9 मई को होगी।

    सातवें चरण में एक जून को बिहार की आठ, हिमाचल प्रदेश की सभी चार, झारखंड की तीन, ओडिशा की छह, पंजाब की सभी 13, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की 9 और चंडीगढ़ की एक सीट पर मतदान होगा। सातवें चरण में अधिसूचना 7 मई, नामांकन 14 मई, जांच 15 मई और नाम वापसी 17 में को होगी।

    मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि लोकसभा चुनाव में 96.8 करोड़ मतदाता होंगे जबकि 2019 में 90 करोड़ मतदाता थे। इनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47.1 करोड़ महिलाएं हैं। इस बार 1.8 करोड़ पहली बार के नए मतदाता हैं जोकि 18 से 19 वर्ष के हैं। उन्होंने कहा कि हम 1.5 करोड़ मतदान अधिकारियों और 10.5 लाख मतदान केंद्रों के साथ लोकतंत्र का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं। चुनाव में 55 लाख से अधिक ईवीएम का उपयोग किया जाएगा।

    चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को प्रचार के दौरान मर्यादा बनाए रखने और दुर्व्यवहार तथा व्यक्तिगत हमलों से बचने की सलाह दी है। राजीव कुमार ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में बाहुबल के अलोकतांत्रिक प्रभाव को रोकने के लिए कई उपाय किये हैं। सभी उम्मीदवारों को समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए डीएम और एसपी को सख्त निर्देश दिए गए हैं। सीएपीएफ को पर्याप्त रूप से तैनात किया जाएगा और प्रत्येक जिले में एकीकृत नियंत्रण कक्षों द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। निगरानी सुनिश्चित करने के लिए चेक पोस्ट और ड्रोन का इस्तेमाल होगा।