शिक्षा का हाल: क्यों कालसी ब्लॉक के 16 स्कूलों पर लटके ताले

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विद्यालयों
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(विकासनगर) कालसी ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत 16 प्राथमिक विद्यालयों में ताला लग चुका है। जिनमें से सात विद्यालयों की छात्र संख्या शून्य थी। जबकि नौ विद्यालयों में दस से कम छात्र थे। पर्वतीय क्षेत्रों में जहां निजी शिक्षण संस्थान मौजूद नहीं है, स्कूलों के बंद होने से विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। शिक्षा विभाग प्रवेश मेला आयोजित करने के साथ ही सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता सुधार के लाख दावे कर रहा है, लेकिन साल दर साल बंद होते स्कूल विभाग के दावों की पोल खोल रहे हैं।
सुधार सिर्फ कागजों तक ही सीमित
पहाड़ी क्षेत्रों में जहां निजि शिक्षण संस्थानों की मौजूदगी नहीं है वहां भी छात्र-छात्राओं का सरकारी स्कूलों से मोह भंग हो रहा है और ग्रामीण बेहतर शिक्षा की तलाश में अपने नौनिहालों को शहरों के निजि शिक्षण संस्थानों में भर्ती करने को मजबूर हो रहे हैं। ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत पिछले पांच वर्षों में सात विद्यालय छात्र संख्या शून्य होने के चलते बंद हो चुके हैं, जबकि इस सत्र में नौ विद्यालयों में छात्र संख्या दस से कम होने के चलते ताले लग चुके हैं। बावजूद इसके विभागीय अधिकारी मौन साधे बैठे हैं। दरअसल, पहाड़ी क्षेत्रों स्थित दुर्गम स्कूलों में अधिकारी निरीक्षण के लिए जाते ही नहीं हैं। लिहाजा स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहता है, जिसके चलते ग्रामीणों को अपने नौनिहालों अन्यत्र स्कूलों में भेजने पड़ रहे हैं।

छात्र-छात्राओं का पलायन हो रहा
ऐसा नहीं है कि इन गांवों से पलायन हो रहा है, दरअसल कृषि प्रधान क्षेत्र होने के चलते ग्रामीण गांवों में ही व्यवसाय कर रहे हैं सिर्फ बेहतर शिक्षा की तलाश में सरकारी स्कूलों से छात्र-छात्राओं का पलायन हो रहा ह। उधर, उप शिक्षाधिकारी पूजा नेगी दानू ने कहा कि कुछ वर्ष पहले बंद हुए प्रावि उबऊ में दुबारा छात्रों का प्रवेश किया गया है, जबकि अन्य विद्यालयों में भी छात्रों को प्रवेश दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
शून्य छात्र संख्या के चलते बंद हुए स्कूल
राप्रावि पाटा, राप्रावि कामला, राप्रावि बोहड़ी, राप्रावि कांडोई, राप्रावि लोहारी, जूहा स्कूल लोहारी, राप्रावि सुरऊ
छात्र संख्या दस से कम होने के चलते बंद हुए विद्यालय
प्रावि दधऊ 4, प्रावि दातनू 6, प्रावि बसाया 5, प्रावि डामटा 5, प्रावि लटऊ 8, प्रावि उभऊ 5, प्रावि खाड़ी 1, प्रावि लकस्यार 2, प्रावि लखवाड़ 3, प्रावि तारली 4