छत्तीसगढ़ के युवक को खोजने में जुटी एसडीआरएफ

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पांच सितंबर से लापता छत्तीसगढ़ के युवक को पिंडर घाटी में एसडीआरएफ की टीम रविवार को सुंदरढूंगा के रास्ते खोजने का काम शुरू हो गया है।

छत्तीसगढ़ के वागीश पिंडारी ग्लेशियर जाना चाहता था, लेकिन पिंडर नदी में पुल बारिश होने से बह गए थे। वह सुंदरढूंगा की तरफ बढ़ा। वागीश पिंडारी, जीजा प्रियंक पटेल और उसका चचेरा भाई तुपेश चंद्रा शनिवार की शाम बागेश्वर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वागीश से उनकी अंतिम बात तीन सितंबर की शाम को हुई और वह बताया कि वह खाती में है। 15 दिन के बाद भी उसका फोन नहीं लगा। इससे परिजनों को परेशानी होने लगी, उन्होंने कहा कि तमाम लोगों से उसके बारे में बातचीत की। फेसबुक और वाहट्सएप का सहारा लिया, ट्रैकरों से बातचीत हुई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा है। उन्होंने बताया कि डीएम और एसडीएम से भी उसके बारे में जानकारी हासिल की गई। 

रविवार को पहुंचे परिजन का वहां पहले से इंजतार कर रही एसडीआरएफ, राजस्व विभाग की टीम से बातचीत के बाद वे जांतोली और सुंदरढूंगा की तरफ बढ़ गए हैं। खाती गांव के यामू सिंह ने बताया कि एक रास्ता गढ़वाल की तरफ भी जाता है, हो सकता है वागीश रास्ता भटक गए हों, उन्होंने कहा कि यदि वे चमोली के तरफ बढ़े होंगे तो उनके मिलने के आसार आसान हैं।

जिलाधिाकरी रंजना के निर्देश पर एसडीएम कपकोट ने एक टीम बनाई। जो पिछले चार दिनों से खर्किया, खाती, जांतोली आदि स्थानों पर उसे खोजने में लगी हुई है। एसडीएम रवींद्र बिष्ट ने बताया कि टीम लापता ट्रैकर को खोजने में लगी है। उसके परिजनों से भी बातचीत हुई है।