देशव्यापी लॉकडाउन के बीच उत्तराखंड सरकार ने कोटा में फँसे उत्तराखंड के छात्रों को सकुशल वापस बुला लिया है। इस काम को एसडीआरएफ ने अंजाम दिया।एसडीआरएफ की तरफ़ से इस मुहिम का नेतृत्व सेनानायक एसडीआरएफ तृप्ति भट्ट ने किया।
ग़ौरतलब है कि यह अभियान रविवार 19 अप्रैल को शुरू हुआ था और इसके तहत 39 एसडीआरएफ के जवानों का एक दल सब इंस्पेक्टर विपिन बिष्ट के साथ 8:30 बजे देहरादून से आगरा को रवाना हुआ। इस अभियान में उत्तराखंड परिवहन की दो बसों की सहायता ली गई। प्रशासनिक कारणों से कोटा से आने वाले छात्रों की बसों का स्टेजिंग एरिया आगरा के स्थान पर मथुरा बनाया गया। यहां पर एसडीआरएफ की टीमें 19 अप्रैल दोपहर 15: 30 बजे पहुंची। सब इंस्पेक्टर विपिन बिष्ट द्वारा जिलाधिकारी से मुलाकात कर ज़रूरी कार्यवाई पूरी की।
इस सबके बाद अगले दिन 20 अप्रैल की सुबह 5:00 बजे पहली बस ने मथुरा से हल्द्वानी का सफ़र शुरू किया। इस अभियान की आख़री बस ने दोपहर दो बजे ऋषिकेश के लिए प्रस्थान किया। इस अभियान के अंतर्गत कुल 411 छात्र छात्राओं को उत्तराखंड लाया गया। जिसमें 262 को हल्द्वानी और 149 छात्र छात्राओं को ऋषिकेश लाया गया।
कोटा से उत्तराखण्ड आये सभी छात्र छात्राओं को क्वारन्टीन किया गया है और साथ ही अभियान में शामिल हुए सभी एसडीआरएफ कर्मियों को भी हल्द्वानी ओर ग्राफिक एरा देहरादून में क्वारन्टीन किया गया है।
कोटा से आये छात्रों की संख्या:
अल्मोड़ा 14
बागेश्वर 03
चम्पावत 19
पिथौरागढ़ 31
नैनीताल 50
रुद्रपुर 145
कुमाऊँ मंडल आने वाले छात्रों की संख्या: 263
गढ़वाल मंडल
पौड़ी 19
टिहरी 05
चमोली 07
उत्तरकाशी 06
रुद्रप्रयाग 03
हरिद्वार 66
देहरादून 42
गढ़वाल मंडल आने वाले छात्रों की संख्या: 148